पंच👊नामा ब्यूरो
हरिद्वार: उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के अध्यक्ष वसीम रिजवी की विवादित पुस्तक का हरिद्वार में विमोचन करने का मामला तूल पकड़ गया है। वसीम रिजवी सहित कार्यक्रम में मौजूद रहे संतों के खिलाफ शहर कोतवाली में प्रदर्शन करते हुए दो अलग-अलग तहरीरें दी गई है। जिनमें माहौल खराब करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की मांग की गई है।
दो दिन पहले स्वामी यति नरसिंहानंद, स्वामी दर्शन भारती आदि के साथ हरिद्वार पहुंचे वसीम रिजवी ने हरिद्वार प्रेस क्लब में अपनी विवादित पुस्तक का विमोचन किया था। इस दौरान वसीम रिजवी और यति नरसिंहानंद आदि ने भड़काऊ भाषण भी दिए। जिसका वीडियो इंटरनेट मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस मामले को लेकर मुस्लिम समुदाय और कई संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई है।
पूर्व राज्यमंत्री फुरकान अली एडवोकेट के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने शहर कोतवाल राकेंद्र कठैत से मुलाकात की। ज्वालापुर कस्साबान निवासी राशिद अली की तरफ से तहरीर देकर वसीम रिजवी, यति नरसिंहानंद, स्वामी दर्शन भारती, अधीर कौशिक, प्रबोधानंद सहित प्रेस क्लब अध्यक्ष व महामंत्री पर विवादित किताब का विमोचन करने और भड़काऊ भाषण देकर धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की गई है।
तहरीर देने वालों में पार्षद इसरार अली, अरशद ख्वाजा, शाहनवाज सिद्दीकी, नावेद अख्तर, रियाज अली एडवोकेट, सलीम ख्वाजा, गुलबहार कुरैशी आदि शामिल रहे। दूसरी तरफ भारतीय पत्रकार संघ की ओर से दिलशाद अली, मीरा कटारिया, तनवीर खान आदि ने भी आरोपियों के खिलाफ तहरीर देकर कार्रवाई की मांग की।