
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में टिकटों को लेकर भाजपा, कांग्रेस व बसपा में जबरदस्त घमासान मच गया है। टिकट ना मिलने पर असंतुष्ट दावेदारों ने अपनी ही पार्टी के नेताओं को निशाने पर ले लिया। कई जगह पुतले फूंके गए तो कुछ दावेदारों और उनके समर्थकों ने सोशल मीडिया पर पैसे लेकर टिकट बांटने के आरोप लगाते हुए अपनी भड़ास निकाली। बसपा के टिकट पर खानपुर से पिछला विधानसभा चुनाव लड़ने वाले रविंद्र पनियाला ने एक बार फिर हाथी से उतर कर भाजपा का दामन थाम लिया। साथ ही पार्टी के पूर्व जिलाध्यक्ष रहे लोकेंद्र चुड़ियाला ने भी बसपा को अलविदा कह कर भाजपा का झंडा थाम लिया।

जिला पंचायत सलेमपुर महदूद प्रथम से बाल्मीकि समाज के प्रत्याशी को टिकट न मिलने पर विरोध कर बहादराबाद में वाल्मीकि समाज के लोगों ने भाजपा का पुतला दहन करते हुए पार्टी नेताओं के विरोध में नारेबाजी की। वहीं कांग्रेस के कई असंतुष्ट दावेदारों ने फेसबुक पर अपने नेताओं के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। 15 लाख रुपए लेकर जिला पंचायत टिकट बांटने का आरोप लगाते हुए पार्टी छोड़ने का ऐलान कई नेताओं ने किया है। बसपा नेता रविंद्र पनियाला व बसपा के पूर्व जिलाध्यक्ष लोकेंद्र चुड़ियाला देहरादून में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हो गए। उन्होंने प्रदेश भाजपा कार्यालय में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी, भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष महेंद्र भट्ट और हरिद्वार सांसद डा रमेश पोखरियाल निशंक की उपस्थिति में दोनों नेताओं ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की। 2 दिन पहले ही पूर्व सांसद व कांग्रेस नेता हरपाल साथी ने भाजपा का दामन थामा था। पंचायत चुनाव की राजनीति अगले लोकसभा और विधानसभा चुनाव के लिए भी नए समीकरण बनाती नजर आ रही है। जिस तरीके से भाजपा, कांग्रेस और बसपा नेताओं का अपने दलों को छोड़कर दूसरी पार्टी में शामिल होने का सिलसिला जारी है, उससे जिला पंचायत का चुनाव और ज्यादा दिलचस्प हो गया है।