वोटर लिस्ट की गड़बड़ी पर हंगामा करते रहे कांग्रेसी पार्षद, सैकड़ों करोड़ की संपत्तियों पर प्रस्ताव पास करा ले गए सत्ताधारी..
नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक में जमकर हंगामा, कन्हैया खेवड़िया के बैठने पर सवाल, कांग्रेसियों ने लगाया संपत्तियां खुर्द करने का आरोप..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: नगर निगम की पहली बोर्ड बैठक खूब हंगामादार रही। कांग्रेस और निर्दलीय पार्षदों ने वोटर लिस्ट में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए जमकर हंगामा किया। साथ ही हरकी पैड़ी से पार्षद श्रुति खेवड़िया के पति कन्हैया खेवड़िया के बोर्ड बैठक में बैठने पर भी सवाल उठाए। इन सभी आरोप प्रत्यारोप और हंगामा के बीच बोर्ड के सत्ताधारी भाजपा पार्षद चंद मिनट में सैकड़ो करोड़ की संपत्तियों के प्रस्ताव पास करा कर निकाल लिए। एजेंट के बिंदु नंबर 9 में शामिल प्रस्ताव के तहत हरिद्वार नगर निगम क्षेत्र की खाली संपत्तियों पर एक ही झटके में वाणिज्यिक भावनों और दुकानों का निर्माण का रास्ता साफ कर दिया गया।
मजेदार बात यह है कि कांग्रेसी सत्ताधारी पार्टी के इस दांव को समझ ही नहीं पाए। सूत्र बताते हैं कि पहले बोर्ड बैठक के एजेंडे को लेकर सत्ताधारी पार्टी के धुरंधर नेताओं ने पहले ही पूरी तैयारी कर ली थी।
पर्दे के पीछे से दिग्गज नेता ने पूरा खेल खेला और पहले बोर्ड बैठक में चुटकी बजाकर सैकड़ो करोड़ की संपत्तियों की गेंद अपने पाले में कर ली गई। अब बैठक के बाद कांग्रेसी संपत्तियों खुर्द करने के आरोप लगा रहे हैं।
—————————————पहली बोर्ड बैठक में अव्यवस्थाएं हावी रही। कांग्रेसी-भाजपाई पार्षद जनहित के मुददों से इतर आपस में उलझते रहे। मेयर-भाजपाई पार्षद बोर्ड के सभी प्रस्ताव पास होने का ऐलान कर चलते बने, जिससे गुस्साएं कांग्रेसी पार्षदों ने धरना प्रदर्शन कर गुस्से का इजहार किया।
दो घंटे भी बोर्ड बैठक नहीं चल सकी, ऐसे में शहर के विकास के एजेंडे का रोडमैप कैसे तैयार होगा, यह अपने आप में बड़ा सवाल है। मेला नियंत्रण भवन सभागार में आयोजित पहली बोर्ड बैठक के शुरू होने के साथ कांग्रेसी पार्षदों ने मतदाताओं के नाम वोटर लिस्ट से काटे जाने के सवाल को लेकर नगर आयुक्त वरुण चौधरी को घेरना चाहा,
लेकिन भाजपाईयों ने उनका बचाव करते हुए हंगामा खड़ा किया। भाजपाईयों ने इस मामले को लेकर कोर्ट जाने की सलाह कांग्रेसियों को दी।
—————————————पार्षद पति कन्हैया खेवड़िया की बैठक में मौजूदगी को लेकर भी कांग्रेसियों ने आस्तीनें चढ़ाई, पर भाजपा नेता ने विधायक आदेश चौहान के प्रतिनिधि की हैसियत से आने की बात कही लेकिन इस संबंध में कोई पत्र नहीं दिखा सकें।
प्रस्ताव में बड़े विकास कार्य का स्पष्ट उल्लेख न होने पर भी कांग्रेसियों ने जब हंगामा खड़ा किया तब मेयर किरण जैसल और भाजपाई पार्षद प्रस्ताव होने की बात कहकर उठकर चलते बने। इधर, गुस्साएं कांग्रेसियों ने प्रस्ताव की कॉपी फाड़कर गुस्सा जताया।
भाजपा के बोर्ड ने कुल 18 प्रस्ताव पास होने का दावा किया। इधर, गुस्साएं कांग्रेसी सभागार के बाहर धरने पर बैठ गए, उन्होंने मेयर-भाजपा पार्षदों पर हठधर्मिता का आरोप लगाते हुए प्रदर्शन किया।