बद्रीनाथ में भी जीती कांग्रेस, लिब्बरहेड़ी कांड ने लिखी काजी की जीत की पटकथा..
भढ़ाना समर्थकों की मांग पर दोबारा हुई आखिरी दो चरणों की गिनती, कुल 422 वोट से जीते काजी निजामुद्दीन..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: मंगलौर विधानसभा के बाद कांग्रेस के लिए बद्रीनाथ से भी जीत की खबर आई है। कांग्रेस पार्टी के प्रत्याशी लखपत सिंह बुटोला ने भाजपा के राजेंद्र भंडारी को करारी पटखनी दी है। कांग्रेस के लखपत बुटोला 5224 मतों से विजयी रहे। यह वही राजेंद्र भंडारी हैं, जो कांग्रेस विधायक रहते हुए इस्तीफा देकर भाजपा में शामिल हुए थे और भाजपा के टिकट से चुनाव लड़ा।
राजेंद्र भंडारी के दल बदलने के कारण इस सीट पर उपचुनाव हुआ। सत्ताधारी भाजपा को दोनों ही सीटों पर शिकस्त का सामना करना पड़ा है। हरिद्वार में काजी निजामुद्दीन को विजेता घोषित करने के बाद करतार सिंह भड़ाना के समर्थकों ने दोबारा गिनती की मांग करते हुए हंगामा किया।
जिसके बाद आखिरी दो राउंड यानी नौवें और दसवें राउंड की गिनती दोबारा कराई गई। जिसमें काजी निजामुद्दीन कुल 422 वोट से विजेता निकले। नतीजे आने के बाद कांग्रेस खेमे में जश्न का माहौल बना हुआ है। प्रदेश कांग्रेस कार्यालय देहरादून में समर्थक ढोल की थाप पर जश्न मना रहे हैं। इसी तरह हरिद्वार के मंगलौर रुड़की समेत आसपास के देहात में कांग्रेस की जीत की खुशियां मनाई जा रही है, दूसरी तरफ भाजपा में सन्नाटा पसरा हुआ है। बताया जा रहा है कि भड़ाना को किसी भी कीमत पर जीत दिलाने के लिए हफ्तों पहले से मंगलोर क्षेत्र में डेरा डालने वाले पश्चिमी उत्तर प्रदेश और हरियाणा के सैकड़ों लोग अब भारी कदमों से वापस लौट शुरू हो गए हैं।
—————————————-
लिब्बरहेड़ी कांड ने लिखी पटकथा….
मंगलौर उपचुनाव में भाजपा ने जिस तरीके से कांग्रेस की घेराबंदी की हुई थी, उससे काजी निजामुद्दीन की जीत चुनौती नजर आ रही थी। लेकिन मतदान के दिन लिब्बरहेड़ी गांव में हुए बवाल ने तस्वीर पलट कर रख दी। खासतौर पर काजी निजामुद्दीन का घायल ग्रामीणों से लिपटकर रोते हुए जो वीडियो वायरल हुआ।उसको देखकर बसपा के साथ-साथ भाजपा के मतदाताओं का भी हृदय परिवर्तन हो गया। जानकार मानते हैं कि सही महीना में काजी निजामुद्दीन की जीत इसी बवाल के बाद तय हो गई थी। तमाम मुश्किलों से जूझते हुए मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया।