मस्जिद में इमाम को लेकर “देवबंदी-बरेलवी” पक्ष में फिर विवाद, एक दूसरे पर लगाए आरोप..
पुलिस ने कमेटी बनाकर की हल निकालने की कोशिश, किसी भी पक्ष ने नहीं दिये नाम, विवाद बरकरार..

पंच👊नामा
केएस चौहान, बहादराबाद: मस्जिद में इमाम की नियुक्ति को लेकर बरेलवी और देवबंदी फिरके के लोग आमने-सामने आ गए हैं। दरअसल, विवाद कई महीने से बना हुआ है। एक सप्ताह से दोनों गुटों में खींचातानी बढ़ी हुई है। विवाद टालने के लिए पुलिस ने दोनों पक्षो के पांच-पांच लोगों की कमेटी बनाने की सलाह दी है। लेकिन सहमति नहीं बनी और विवाद बकरीद तक टल गया है।

बहादराबाद में मस्जिद के इमाम को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। पुलिस ने साल भर पहले दोनों पक्षों को सहमत करने के लिए एक साल देवबंदी और एक साल बरेलवी फिरके का इमाम रखने का फार्मूला सुझाया था। साल भर से बरेलवी फिरके का इमाम मस्जिद में नमाज अदा कराते आ रहे हैं। रमजान में भी दोनों गुटों में विवाद हो गया था।

ईद की नमाज को लेकर तत्कालीन थानाध्यक्ष नितेश शर्मा व कस्बा चौकी प्रभारी अशोक सिरस्वाल ने समझा बुझाकर मामला शांत करा दिया था। बरेलवी इमाम का कार्यकाल बकरीद से पहले खत्म होने जा रहा है। इसको लेकर फिर से दोनों गुटों में विवाद हो गया। दोनों गुट मस्जिद पर एकत्रित हो गए।

थानाध्यक्ष अनिल चौहान, चौकी प्रभारी अशोक सिरस्वाल ने दोनों पक्षो को थाने बुला कर मामले को निपटाना चाहा, पर बात नहीं बनी। सूचना पर सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल भी थाने पहुंची और काफ़ी समझने के बाद दोनों पक्षों के पांच-पांच मोअज्जिज व्यक्तियों की एक कमेटी बनाने के लिए नाम मांगे।

लेकिन किसी भी पक्ष ने समिति में नाम न दिए जाने के कारण पुलिस ने बकरीद के बाद विवाद सुलझाने के लिए कहा है। तब तक शांति बनाए रखने की हिदायत दी गई है। झगड़ा करने पर कार्रवाई की चेतावनी दी गई है। बरेलवी पक्ष से इदरीस, इसरार टोपा, फारुख, उस्मान, शहीद, दिलशाद और देवबंदी पक्ष से गुलज़ार मालिक, गुलज़ार घोसी, चित्तल, भूरा हाफ़िज़, नौशाद शेख, यासीन शामिल रहे।