पार्किंग संचालकों ने किया पलटवार, ट्रांसपोर्टरों पर मनमानी का आरोप, प्रशासन से कार्रवाई की मांग..
झूठे आरोप लगाने वालों पर दर्ज कराएंगे मानहानि का केस..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: सिडकुल क्षेत्र में पार्किंग संचालकों ने ट्रांसपोर्टरों के आरोपों को निराधार बातते हुए मनमानी का आरोप लगाया है। साथ ही झूठे आरोप लगाने वालों पर मानहानि का मुकदमा दर्ज कराने की चेतावनी भी दी है।सिडकुल स्थित ट्रक पार्किंग को लेकर रविवार को कुछ ट्रांसपोर्टरों ने प्रेस वार्ता कर पार्किंग संचालकों पर आरोप लगाए थे। सोमवार को पार्किंग संचालकों ने पलटवार करते हुए हर सवाल का जवाब दिया और आरोपों को निराधार बताते हुए ट्रांसपोर्टरों पर ही मनमानी का आरोप लगाया। सिडकुल क्षेत्र में पत्रकारों से वार्ता करते हुए पार्किंग संचालक भूपेंद्र सिंह शक्ति ने आरोप लगाया कि ट्रांसपोर्टर जो भी आरोप लगा रहे हैं, वह बिल्कुल झूठे और बेबुनियाद हैं। बताया कि पार्किंग सरकारी मानकों के अनुसार चल रही है। जबकि ट्रांसपोर्टर ही अपनी मनमानी कर रहे हैं।
आरोप लगाया कि ट्रक चालक कंपनियों और सर्विस लेन के अलावा मेन हाइवे पर अपनी गाड़ियां पार्क कर देते है। यातायात अवरुद्ध होने से आमजन को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। उन्होंने बताया कि इस मामले को लेकर उनकी और ट्रांसपोर्टरों की अधिकारियों के साथ बैठक हो चुकी हैं। जिसमेें अधिकारियों ने यह साफ कर दिया था कि व्यवस्था सुचारू रखने के लिए ट्रांसपोर्टर अपने वाहन पार्किंग में खड़े करेंगे। अन्यथा उन पर जुर्माना लगाया जाएगा। पार्किंग संचालकों ने कहा कि ट्रांसपोर्टर अपनी मनमानी पर तूले है। कहा कि मुकदमा दर्ज कराने के साथ ही झूठे आरोप लगाने वालों पर मानहानि का केस भी दायर करेंगे। इस दौरान दिनेश कुमार, सतीश कुमार चौहान ,पुष्पेंद्र चौहान, विक्रमजीत सिंह, नरेंद्र सिंह आदि उपस्थित थे।
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2020 में मिली थी जुर्माने की अनुमति…..
पार्किंग संचालक भूपेंद्र सिंह शक्ति ने बताया कि तत्कालीन क्षेत्रीय क्षेत्रीय प्रबंधक जीएस रावत ने 25 फरवरी 2020 को कंपनियों के बाहर और सिडकुल की सर्विस लाइन पर खड़े होने वाले सड़कों पर ठेकेदार द्वारा 500 जुर्माना वसूलने की अनुमति दी थी। जिसमें कई कम्पनियों को नामित करते हुए उन्हें चेताया था कि वे अपनी फैक्ट्री के सामने सड़कों पर गाडियां खड़े ना होने दें। उन्होंने बताया कि संबंध में राजा बिस्कुट, हैवेल्स, हिंदुस्तान यूनिलीवर, किर्बी बिल्डिंग सिस्टम, हीरो, आईटीसी, महिंद्रा एंड महिंद्रा, विप्रो इंडस्ट्रीज, लोटस, आदि कम्पनियों को लिखित रूप से क्षेत्रीय प्रबंधक सिडकुल की ओर से नोटिस भेजा था। साथ ही सिडकुल की एसोसिएशन के अध्यक्षों को भी एक पत्र भेजा गया था। उसके बाद 18 अक्टूबर 2019 को तत्कालीन सिडकुल के क्षेत्रीय प्रबंधक एसके पांडे ने सर्विस रोड पर अवैध रूप से पार्किंग करने वाले ट्रकों के खिलाफ लिखित रूप से पत्र भेजकर कंपनियों को चेताया था। पार्किंग संचालकों ने ट्रांसपोर्टरों पर कार्रवाई की मांग की है।