“भ्रष्टाचार सामाजिक बुराई, इसे रोकने को जागरूकता और कठोरता दोनों जरूरी..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अंतरराष्ट्रीय भ्रष्टाचार निषेध दिवस पर मंगलवार को विकास भवन रोशनाबाद स्थित सभागार में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जनपद न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के अध्यक्ष नरेंद्र दत्त ने की। आयोजन माननीय उत्तराखंड राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, नैनीताल के निर्देश पर किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट संदीप कुमार, मुख्य विकास अधिकारी ललित नारायण मिश्रा, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर, जिला समाज कल्याण अधिकारी अविनाश भदोरिया सहित विकास भवन में कार्यरत अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।
मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने अपने संबोधन में कहा कि भ्रष्टाचार एक गंभीर सामाजिक बुराई है, जो व्यवस्था को भीतर से खोखला कर देती है। इसकी रोकथाम के लिए लोगों में जागरूकता के साथ यह जानकारी भी आवश्यक है कि भ्रष्टाचार करने पर क्या दंड का प्रावधान है।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि ईमानदारी और पारदर्शिता ही मजबूत प्रशासन की पहचान है। सभी विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों को अपने कार्य व्यवहार में इसे अपनाना चाहिए।
अध्यक्षता कर रहे जिला जज ने अपने संबोधन में महर्षि वाल्मीकि के जीवन से जुड़ी घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि अधिकांश लोग परिवार के नाम पर गलत कार्य कर बैठते हैं, लेकिन अंततः परिवार भी ऐसे कृत्यों का साथ नहीं देता। इसलिए किसी भी परिस्थिति में गलत रास्ता नहीं अपनाना चाहिए।
भ्रष्टाचार को रोकने के लिए समाज के हर वर्ग को मिलकर प्रयास करने होंगे, ताकि भविष्य में भ्रष्टाचार निषेध दिवस मनाने की आवश्यकता ही न पड़े। कार्यक्रम के अंत में जिला विधिक सेवा प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने उपस्थित सभी अतिथियों, अधिकारियों और कर्मचारियों का आभार जताया।



