पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: डॉक्टर भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष में लगाया गया झंडा उतारने पर बहादराबाद के अलीपुर गांव में हंगामा खड़ा हो गया। झंडा उतारने से नाराज दलित समाज के लोगों और भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने गांव के मुख्य द्वार पर धरना प्रदर्शन कर नारेबाजी की। झंडा उतारने का आरोप भाजपा विधायक के भतीजे पर लगाते हुए कार्यकर्ता कार्रवाई की मांग पर अड़ गए। सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल और बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा ने मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों और कार्यकर्ताओं को समझा-बुझाकर शांत कराया। पुलिस के मुस्तैदी से बड़ा बवाल होने से टल गया। अब पुलिस पूरे मामले की छानबीन करते हुए कार्रवाई में जुट गई है। पुलिस के मुताबिक, 14 अप्रैल को मनाए जाने वाली अंबेडकर जयंती के उपलक्ष में अलीपुर गांव के मुख्य द्वार पर दलित समाज के युवाओं ने झंडा लगाया था। जबकि पिछले दिनों हनुमान जयंती पर गेट पर पहले से ही भगवा झंडा लगा हुआ था। बुधवार की शाम किसी ने अंबेडकर जयंती का झंडा उतार कर किनारे रख दिया। इसकी जानकारी मिलने पर दलित समाज के हर लोगों में नाराजगी फैल गई और ग्रामीण इकट्ठा होकर गांव के मुख्य द्वार पर जा पहुंचे। सूचना पर भीम आर्मी के कार्यकर्ता भी इकट्ठा होकर अलीपुर पहुंच गए और कार्रवाई की मांग करते हुए हंगामा किया। हंगामे की सूचना मिलने पर बहादराबाद थानाध्यक्ष नितेश शर्मा आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास करते हुए आला अधिकारियों को घटनाक्रम की जानकारी दी। इसके बाद चंद मिनट में ही सीओ निहारिका सेमवाल मौके पर पहुंच गई और प्रदर्शनकारियों से वार्ता करते हुए उन्हें जांच कर कार्रवाई का भरोसा दिलाया। भड़के लोगों का कहना था कि जानबूझकर उनका झंडा उतारा गया है। कुछ लोगों ने भाजपा विधायक के भतीजे पर झंडा उतारने का आरोप लगाया और कार्रवाई की मांग की। पुलिस अधिकारियों के काफी प्रयास और समझाने बुझाने के बाद कार्यकर्ता आखिरकार मान गए। इस पूरे मामले को लेकर एक तहरीर भी पुलिस को दी गई है। जिस पर पुलिस जांच कर रही है।
वहीं, पुलिस कप्तान अजय सिंह का कहना है कि माहौल खराब करने की इजाजत किसी को नहीं दी जाएगी। सभी से शांति व्यवस्था बनाने की अपील की गई है। जांच में जो दोषी पाया जाएगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।