पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जगजीतपुर की एक दलित युवती ने कनखल क्षेत्र के चर्चित प्रॉपर्टी डीलरों व अपने कुछ रिश्तेदारों पर अपने चाचा की जमीन कब्जाने का आरोप लगाया है। आरोप है कि पट्टे की जमीन का वाद उपजिलाधिकारी कोर्ट मेें विचाराधीन होने के बावजूद जमीन पर कब्जे का प्रयास किया जा रहा है। विरोध करने पर भूमाफिया खुद को कुख्यात सुनील राठी का आदमी बताकर धमकी दे रहे हैं।
जातिसूचक शब्द कहने का आरोप भी लगाया गया है। पीड़िता ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई और जमीन पर कब्जा रोकने की गुहार लगाई है।
कनखल के जगजीतपुर निवासी प्रमिला ने जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर बताया कि वह अनुसूचित जाति की युवती है। उसके पिता स्व. महेन्द्र पुत्र रामशाह व चाचा समेरचन्द पुत्र रामशाह को तत्कालीन ग्राम पंचायत जगजीतपुर ने कृषि भूमि आवंटित की थी।
जिसमें उसके पिता व चाचा समेरचन्द सहित गांव के अन्य आवंटियों के साथ आसामी काश्तकार राजस्व अभिलेखों में दर्ज हुए। लेकिन पट्टे की अवधि समाप्त होने के कारण सन 2002 में उपजिलाधिकारी हरिद्वार ने आवंटन निरस्त कर दिया। जिसके विरूद्ध सभी आवंटियों ने आयुक्त गढ़वाल मंडल के यहां निगरानी दायर की।
जिसमें अपर आयुक्त गढ़वाल मंडल ने 12 दिसंबर 2012 को उपजिलाधिकारी हरिद्वार के आदेश को निरस्त कर दिया। वर्तमान में आवंटियों के विरूद्ध उपजिलाधिकारी हरिद्वार के यहां एक वाद विचाराधीन चला आ रहा है। बताया कि उसके पिता आवंटी महेन्द्र व चाचा समेर का देहान्त हो गया।
लेकिन उसके अन्य चाचा कंवरपाल पुत्र रामशाह ने पहले चाचा समेर की भूमि खसरा नम्बर 293 रकबई 0.143 स्थित मौजा जगजीतपुर को भूमाफिया उपदेश चौधरी पुत्र नामालूम, अप्पू वालिया पुत्र नामालूम, विनोद सैनी पुत्र बाबूराम सैनी, जयदीप वालिया पुत्र हरिमोहन वालिया को लाखों रूपये लेकर सौदा कर लिया और मौके पर कब्जा कराने की कोशिश कर रहा है।
उसने रोकने की कोशिश की तो कंवरपाल पुत्र रामशाह, अर्जुन व भीम पुत्रगण कंवरपाल व उपदेश चौधरी ने धमकी दी कि मैं सुनील राठा का आदमी हूँ। जातिसूचक शब्द कहते हुए धमकी दी कि शिकायत की तो झूठे मुकदमें में फंसाकर जेल भिजवा देंगे।
आरोपियों से जान माल का खतरा जताते हुए कार्रवाई की गुहार लगाई गई है। साथ ही यह मांग भी की गई है कि खसरा नम्बर 293 रकबई 0.143 हेक्टेयर भूमि पर कब्जा करने से रोका जाए। वहीं, जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र डोबाल ने जांच के निर्देश दिए हैं।