पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: चिन्हित राज्य आंदोलनकारी चौधरी अफ़ज़ल अल्वी का गुरुवार रात निधन हो गया। वे कुछ दिन से बीमार चल रहे थे।
चौधरी अफ़ज़ल अल्वी के निधन की खबर से समाज में शोक की लहर दौड़ गई। हंसमुख और जिंदादिल स्वभाव वाले चौधरी अफ़ज़ल अल्वी कांग्रेस पार्टी व कई अलग-अलग सामाजिक संस्थाओं से से जुड़े थे।
उनके बेटे अजमत अल्वी बॉडी बिल्डिंग और सामाजिक कार्यों में सक्रिय हैं। भाजपा-कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं, सामाजिक संस्थाओं के पदाधिकारियों व गणमान्य लोगों ने चौधरी अफ़ज़ल अल्वी के निधन पर अफसोस जताया है।
देर रात तक ज्वालापुर के मोहल्ला मालियान स्थित उनके घर पर शोक संवेदना जताने वालों का तांता लगा हुआ था। शहर भर के जिम्मेदार लोगों ने चौधरी अफजल अली के घर पहुंच कर ताजियत पेश की और उनके बेटे अजमत अल्वी को हिम्मत-हौंसला बंधाया।
शुक्रवार दोपहर जुमा की नमाज के बाद उन्हें सुपुर्दे ख़ाक किया जाएगा।
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“राज्य आंदोलन में निभाई थी सक्रिय भूमिका….
उत्तराखंड आंदोलन के दौरान चौधरी अफ़ज़ल अल्वी ने चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति के अध्यक्ष रहे जेपी पांडे के साथ मिलकर संघर्ष किया। जेपी पांडे से उनका गहरा लगाव था।
राज्य आंदोलन के दौरान जेपी पांडे और अन्य आंदोलनकारियों के साथ चौधरी चौधरी अफ़ज़ल अल्वी जेल जाने से भी पीछे नहीं हटे।
राज्य आंदोलनकारी के तौर पर सरकार की ओर से उन्हें चिन्हित भी किया गया था। सामाजिक कार्यों में भी वह बढ़ चढ़कर हिस्सा लेते थे।