अपराधहरिद्वार

4.45 करोड़ रुपये की बरामदगी में दिल्ली के खनन कारोबारी का नाम आया सामने..

नोट गिनने के लिए पुलिस को मंगानी पड़ी मशीन,, सातों आरोपी गए जेल, नरसिंहानंद को भी राहत नहीं..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एसटीएफ की कार्रवाई में पकड़ी गई 4.5 करोड़ रुपये की रकम के पीछे दिल्ली के खनन कारोबारी राजीव
यादव का नाम निकलकर सामने आया है। वहीं, एसटीएफ निरीक्षक अबुल कलाम की तरफ से मुकदमा दर्ज कर आरोपियों को कोर्ट में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। इतनी बड़ी संख्या में नोट गिनने के लिए पुलिस को रात में ही कोतवाली में मशीन मंगानी पड़ी। फिलहाल बरामद करेंसी को कोतवाली कैंपस में बने मालखाने में सुरक्षित रख दिया गया है। मामले की जांच ज्वालापुर कोतवाली की रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत को सौंपी गई है।
निरीक्षक अबुल कलाम के नेतृत्व में उत्तराखंड एसटीएफ की एक टीम ने शनिवार रात मध्य हरिद्वार में छापा मारकर नोटबंदी से पहले तक चलने वाले करीब साढ़े चार करोड़ रुपये की नकदी बरामद की थी। आरोपियों से पूछताछ और छानबीन में पता चला है कि रकम दिल्ली निवासी खनन कारोबारी राजीव की है और वह रुपेश वालिया, विकास गुप्ता और यशवीर को परिचित है। उसी ने यह रकम बदलवाने के लिए दी थी। बदले में इन लोगों को कमीशन के हिसाब से उनका हिस्सा मिलना था। यह भी पता चला है कि रकम छह माह से इधर से उधर घूम रही थी। मुकदमा दर्ज कर कोर्ट में पेश करने के बाद आरोपी रुपेश वालिया निवासी जगजीतपुर कनखल, यशवीर सिंह निवासी हरिपुर कलां रायवाला ऋषिकेश, अरविंद वर्मा निवासी ग्राम काला कुआं अमरोहा कोतवाली अमरोहा यूपी, आबिद अली निवासी ग्राम सैदपुर नौगांव सादात अमरोहा यूपी, सोमपाल सिंह निवासी बिलारी मुरादाबाद यूपी, विकास गुप्ता निवासी खेड़ी खुर्द श्यामपुर ऋषिकेश व राजेंद्र शास्त्री स्टेशन रोड बिलारी जनपद मुरादाबाद को जेल भेज दिया गया। पुलिस अब राजीव की तलाश में जुट गई है।

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इन धाराओं में हुआ मुकदमा
मुकदमे में धोखाधड़ी, आपराधिक षड़यंत्र, 5-7 स्पेसिफाइड बैंक नोट अधिनियम, सीआरपीसी की धारा 41-102 समेत प्रभावी धाराएं लगाई गई हैं। मामले की जांच रेल चौकी प्रभारी प्रवीण रावत को सौंपी गई है।

फाइल फोटो:-

यति नरसिंहानंद को भी भेजा गया जेल…..
हरिद्वार: यति नरसिंहानंद को रविवार सुबह स्पेशल मजिस्ट्रेट की कोर्ट में पेश किया गया, जहां से कोर्ट के आदेश के बाद उन्हें भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच न्यायिक हिरासत में जिला कारागार भेज दिया गया। यति नरसिंहानंद के अधिवक्ता उत्तम सिंह चौहान ने मुकदमों को झूठा करार देते हुए कोर्ट के सामने अपनी दलील रखी। दोनों पक्षों को सुनने के बाद स्पेशल न्यायिक मजिस्ट्रेट विवेक राणा की कोर्ट ने यति नरसिंहानंद को न्यायिक हिरासत में जेल भेजने के आदेश दिए। भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच उन्हें जेल भेज दिया गया।
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