“गंगा में विसर्जित हुई धर्मेंद्र की अस्थियां, पीलीभीत हाउस में हुआ क्रिया कर्म, भावुक हुआ देओल परिवार, (देखें वीडियो)..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: हिंदी सिनेमा को दशकों तक मजबूती देने वाले दिग्गज अभिनेता धर्मेंद्र की अस्थियों का बुधवार सुबह करीब 11 बजे हरिद्वार में वैदिक विधि-विधान के साथ गंगा में विसर्जन किया गया। पीलीभीत हाउस के घाट पर हुआ यह दृश्य सादगी, श्रद्धा और भावुकता से भरा रहा। गंगा तट पर उमड़ा शोक और सम्मान, उनके संपूर्ण जीवन और कर्मभूमि का प्रतीक बन गया।
श्रवण नाथ नगर स्थित घाट पर परिवार निर्धारित समय पर पहुंचा। अभिनेता के दोनों पुत्र सनी देओल और बॉबी देओल परिवारजनों के साथ पूरे समय मौजूद रहे। अस्थि-विसर्जन की मुख्य धार्मिक प्रक्रिया अभिनेता के पौत्र करण देओल ने पंडितों के मंत्रोच्चार और विधिपूर्वक संपन्न की। गंगा की धार में अस्थियाँ प्रवाहित होते समय माहौल स्तब्ध और श्रद्धामय था।
अनुष्ठान के दौरान परिवारजन मौन धारण किए रहे। कोई औपचारिकता नहीं, कोई दिखावा नहीं—केवल एक युगपुरुष को अंतिम विदाई। आसपास मौजूद श्रद्धालु भी भावुक नजर आए और दूर से ही नम आंखों से श्रद्धांजलि अर्पित की।विसर्जन उपरांत देओल परिवार होटल से सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गया। कार्यक्रम के दौरान किसी भी तरह की अव्यवस्था न हो, इसके लिए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए थे।
गौरतलब है कि अभिनेता धर्मेंद्र का 24 नवंबर को मुंबई में 89 वर्ष की आयु में निधन हो गया था। उनके निधन से न सिर्फ फिल्म जगत, बल्कि देशभर में उनके चाहने वालों में शोक की लहर दौड़ गई थी। धर्मेंद्र अपने लंबे फिल्मी सफर, सादगीपूर्ण जीवन और जनप्रिय छवि के लिए सदैव याद किए जाएंगे। गंगा तट पर हुआ यह अंतिम संस्कार केवल एक रस्म नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के एक स्वर्णिम अध्याय को भावभीनी विदाई भी थी।
वहीं दूसरी तरफ इस मामले को लेकर युवा तीर्थ पुरोहित उज्ज्वल पंडित ने दावा किया कि धर्मेंद्र की अस्थियां हर की पैड़ी पर विसर्जित की गई है। हालांकि संबंध में कोई फोटो वीडियो सामने नहीं आया है लेकिन उज्ज्वल पंडित का दावा है कि अस्थि विसर्जन हर की पैड़ी पर धर्मेंद्र के पोते ने किया है। जबकि परिवार के बाकी सदस्यों ने पीलीभीत हाउस में केवल स्नान किया है।



