पंच👊नामा-पिरान कलियर/हरिद्वार: भाजपा भले ही भ्रष्टाचार मुक्त और सुशासन के मुद्दे को लेकर दोबारा जनता की अदालत में पहुंची हो, लेकिन उसकी कथनी और करनी में साफ तौर पर फर्क नजर आ रहा है। दरअसल पार्टी ने पिरान कलियर सीट पर एक ऐसे प्रत्याशी को टिकट दिया है, जिस पर करोड़ों के छात्रवृत्ति घोटाले के मामले में ना सिर्फ मुकदमा दर्ज हुआ है। बल्कि एसआईटी ने जांच के बाद उसके खिलाफ कोर्ट में आरोपपत्र भी दाखिल किया है। यह बात अलग है कि अभी कांग्रेस इस बारे में सब कुछ जानने के बावजूद मुट्ठी बंद किए बैठी है। लेकिन जैसे-जैसे प्रचार अपने चरम की तरफ बढ़ेगा कलियर समेत अन्य सीटों पर यह मुद्दा भाजपा के लिए मुसीबत खड़ी कर सकता है।
छात्रवृत्ति घोटाले में भले ही अधिकांश शिक्षण संस्थानों के मालिक जेल की हवा खा चुके है, लेकिन छात्रवृत्ति घोटाले का एक आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्तार से ही नही बल्कि विधानसभा चुनाव का टिकट तक लाने में कामयाब हुआ है। वर्तमान में छात्रवृत्ति घोटाले का ये आरोपी राष्ट्रीय पार्टी के बैनर पर चुनाव लड़ रहा है। उधर एसआईटी छात्रवृत्ति घोटाले की जांच कर रही है। सूत्र बताते है कि कानूनी शिकंजे से बचने के लिए राजनीति का रुख किया गया है ताकि शीर्ष नेताओं का सिर पर हाथ रहे और आने वाली आफत से बचा जा सके।
उत्तराखंड में इन दिनों विधानसभा चुनाव चल रहे है, तमाम राजनीतिक दलों ने अपने अपने प्रत्याशी चुनावी मैदान में उतारे है। कलियर विधानसभा सीट से भारतीय जनता पार्टी ने ओम बायो ग्रुप संस्थान के चेयरमैन मुनीष सैनी को अपना प्रत्याशी बनाया है। दिलचस्प बात ये है कि जीरो टॉलरेंस का नारा देने वाली भरतीय जनता पार्टी ने ऐसे प्रत्याशी पर दांव खेला है जो छात्रवृत्ति घोटाले का आरोपी है। संस्थान के सैकड़ो छात्र-छात्राओं की करीब ढाई करोड़ की छात्रवृत्ति हड़पने का आरोप मुनीष सैनी पर है। वर्तमान में छात्रवृत्ति घोटाले की जांच एसआइटी कर रही है। पूर्व में एसआईटी ने जिले के कई शिक्षण संस्थानों के मालिक को छात्रवृत्ति घोटाले में गिरफ्तार कर जेल भेजा है। वही छात्रवृत्ति घोटाले के आरोपी व भाजपा प्रत्याशी मुनीष सैनी ने अपने नामांकन पत्र के साथ अपने चरित्र का वर्णन करते हुए स्वंम बताया है कि संस्थान से सम्बंधित वित्तीय अनिमितता का आरोप उनपर चल रहा है, जिस सम्बन्धन में थाना बहादराबाद में गम्भीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है।
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नामांकन पत्र में दी आधी अधूरी जानकारी……
हरिद्वार: कलियर से भाजपा प्रत्याशी मुनीष सैनी ने अपने नामांकन पत्र में इस मुकदमे का उल्लेख तो जरूर किया है, लेकिन आधी अधूरी जानकारी दी है। इस मुकदमे की डिटेल में उन्होंने कहीं भी छात्रवृत्ति घोटाले का जिक्र नहीं किया है, बल्कि इसे प्रबंधन की वित्तीय अनियमितता बताया है। जबकि एसआईटी की जांच में जुटाए गए दस्तावेजी सुबूत इस बात की गवाही दे रहे हैं कि घोटाले में मुनीश सैनी की संलिप्तता मिली है। इसी आधार पर एसआईटी ने कोर्ट में चार्जशीट दाखिल की है। गनीमत रही कि मुनीश सैनी ने कोर्ट से गिरफ्तारी पर स्टे ले लिया नहीं तो गिरफ्तारी भी दी थी।