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हरिद्वार के एक नेता की हजारों करोड़ की संपत्ति का खुलासा..

हरिद्वार के खन्नानगर से लेकर कानपुर तक कृषि भूमि फ्लैट और होटल..

हरिद्वार के एक नेता की हजारों करोड़ की संपत्ति का खुलासा……

: वरिष्ठ पत्रकार रत्न मणि डोभाल ने फेसबुक पर जारी की सूची…
: हरिद्वार के खन्नानगर से लेकर कानपुर तक कृषि भूमि फ्लैट और होटल…
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: धर्मनगरी में यूं तो करोड़पति नेताओं और समाजसेवियों की कमी नहीं है। मोह-माया से दूर रहने वाले कई संत भी हजारों करोड़ के मालिक हैं। लेकिन बात अगर नेताओं की करें तो चंद चेहरे पर ही नजर टिकती है। हरिद्वार की राजनीति में कई ऐसे नाम हैं, जिनका प्रदेश की सत्ता में जलवा चलता आया है। उनकी पार्टी जब-जब सत्ता में रही तो गिनती मुख्यमंत्री के बाएं या दाएं हाथ के रूप में होती आई है। विपक्ष में रहने पर भी इनका रसूख कम नहीं होता। ऐसे ही एक नेता की हजारों करोड़ की संपत्ति के चर्चे इन दिनों सोशल मीडिया पर बने हुए हैं।

वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल
वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल

दो दशकों से भी ज्यादा समय तक “अमर उजाला की रीढ़ रहे वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल ने अपनी फेसबुक वॉल पर न सिर्फ संपत्ति का ब्यौरा जारी किया है, बल्कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से जांच की मांग भी की है। हालांकि उन्होंने किसी नेता का नाम नहीं लिखा है और ना ही “पंच👊नामा इस बारे में किसी पर आरोप-प्रत्यारोप लगा रहा है, मगर संपत्ति की सूची को लेकर सबकी निगाहें हरिद्वार में एक बड़े राजनीतिक चेहरे पर जाकर टिक गई हैं। सूची को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं बनी हुई हैं।


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करोड़ों की बेनामी संपत्तियों का बादशाह
गांव में एक पुश्तैनी मकान, 1.37 बीघा जमीन जिसकी कीमत 1997 से पहले तक कुल 85 लाख रुपए थी का मालिक गांव से शहर आता है। धर्मनगरी की राजनीति में कदम रखता है। देखते- देखते करोड़ों-करोड़ रुपए की बेनामी संपत्तियों का बेजोड़ बादशाह बन जाता है।

वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल की फेसबुक से..
वरिष्ठ पत्रकार रत्नमणि डोभाल की फेसबुक से..

बेनामी संपत्तियां और कीमत लाख में.

*हरि नगर ज्वालापुर में बेसमेंट के साथ तीन मंजिला कॉपलेक्स रुपए 600.00।
*खन्ना नगर में आवासीय प्लाट- मकान 24 वर्ग फीट रुपए 250.00।
*ज्वालापुर में प्लाट रुपए 80. 00।
*मलकपुर ललितपुर में 11000 वर्ग फीट व्यवसायिक भूमि रुपए 1100.00।
*पतंजलि शांतरशाह मेन रोड पर 32000 वर्ग फुट भूमि रुपए 480.00
*पतंजलि शांतरशाह मेन रोड पर 4400 वर्ग फुट भूमि रुपए 150.00।
*मेन रोड खन्ना नगर में प्लॉट 1200 वर्ग फिट रुपए 120.00।
खन्ना नगर मेन रोड पर दुकान रुपए 50.00।
*मक्खनपुर में व्यवसायिक भूमि 0. 1366 हेक्टेयर रुपए 200.00।
*कानपुर में कृषि भूमि लगभग 40 बीघा रुपए 600.00।
*हरिद्वार मेन रोड पर व्यवसायिक शोरूम रुपए 800.00।
*छुटमलपुर उत्तर प्रदेश में व्यवसायिक भूखंड 18000 फीट रुपए 1800.00।
*छुटमलपुर में रिहाइश भूखंड 7000 फीट रुपए 175 .00।
*सहारनपुर उत्तर प्रदेश में प्लॉट 2500 वर्ग फीट 100.00।
*बिहारीगढ़ में लगभग 72 बीघा भूमि रुपए 1008. 00।
*चुनिया वाला बाघ वाली कनखल में 12 बीघा भूमि रुपए 1800.00।
*नया हरिद्वार में रोड पर दो व्यावसायिक शोरूम एक का क्षेत्रफल 227.93 वर्ग फीट दोनों की कीमत रुपए 400.00।
*सहारनपुर उत्तर प्रदेश में मकान रुपए 70.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 5519 वर्ग फिट का प्लाट रुपए 110.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 23887 वर्ग फिट का प्लॉट रुपए 475.00।
*भूपतवाला में 55 वर्ग फीट का विराट रुपए 165.00।
*सुभाष नगर ज्वालापुर में पीएसी के पास लगभग 15000 वर्ग फीट प्लाट रुपए 300.00।
*भूपतवाला में शांतिकुंज के पास मेन रोड पर 5500 वर्ग फुट का प्लाट रुपए 550.00।
*दौलतपुर के पास 18 बीघा भूमि रुपए 720.00।
*पांडे वाला चोर गली ज्वालापुर में 8000 वर्ग फुट का प्लाट रुपए 200.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 4460 वर्ग फुट का प्लाट रुपए 112.00।
*सुभाष नगर में 3500 वर्ग फिट का प्लॉट रुपए 85.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 4390 पर वर्ग फिट का प्लाट रुपए 88.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 4200 वर्ग फुट का प्लाट रुपए 105.00।
* पांडे वाला ज्वालापुर में 5520 वर्ग फुट का प्लाट रुपए 110.00।
*पांडे वाला ज्वालापुर में 3960 वर्ग फीट का प्लाट 100.00।

इस प्रकार लगभग 10000 करोड़ रुपए मूल्य से अधिक की 28 बेनामी संपत्तियों की बादशाहत की फेहरिस्त नाम तथा खरीदने की तारीखों के साथ एक सितंबर 2018 को 18 पृष्ठ का पुलिंदा एक भक्त ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भेजी थी।इस उम्मीद कि विदेशों से काला धन लाने वाले प्रधानमंत्री बेनामी संपत्तियों की राजनीतिक बादशाहत की जांच कराकर बेनकाब करेंगे। कई महीनों तक बेनामी संपत्तियों का रिकॉर्ड जुटाने वाले भक्त ने प्रधानमंत्री को लिखा था कि उसकी हत्या भी हो सकती है, फिर भी वह देश हित में जान की परवाह न कर बेनामी संपत्तियों का पूरा रिकॉर्ड जांच कराने के लिए भेज रहा है। सबसे अधिक बेनामी संपत्तियां उत्तराखण्ड राज्य बनने के बाद बनाई गई हैं लेकिन कुछ भी नहीं होने वह निराश हैं। हालांकि मैं इसकी प्रमाणिकता की पुष्टि नहीं कर सकता हूं लेकिन जांच कराने की उसकी मांग का समर्थन करता हूं।
रतनमणी डोभाल
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