पंच 👊 नामा
सुल्तान, हरिद्वार: भाजपा और कांग्रेस में घमासान मचने के साथ ही बसपा में भी उथल-पुथल का दौर शुरू हो गया है। हरिद्वार ग्रामीण सीट पर बसपा प्रत्याशी बदले जाने की पुरजोर चर्चाएं बने हुए हैं। इन्हीं चर्चाओं के बीच एक मुस्लिम दावेदार लखनऊ रवाना हो गए हैं। यदि टिकट बदलता है और मुस्लिम नेता को बसपा प्रत्याशी बनाया जाता है तो अंसारी बिरादरी के वोटों में सेंध लगने पर सीधे तौर कांग्रेस को नुकसान होगा। ठीक ऐसे ही हालात पिरान कलियर सीट पर बने हुए हैं। यहां भी बसपा प्रत्याशी बदलने की चर्चाएं हैं। बसपा ने फेरबदल किया तो इन दोनों ही सीटों पर कांग्रेस के लिए खतरे की घंटी बज सकती हैं।
दरअसल यहां बसपा प्रत्याशी को लेकर कई तरह की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। साथ ही इसकी एक बड़ी वजह कांग्रेस की तरफ से टिकट में हो रही देरी को लेकर अंसारी बिरादरी की नाराजगी भी बताई जा रही है।
बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर हरिद्वार ग्रामीण से पिछला चुनाव मुकर्रम अंसारी ने लड़ा था। इस बार इरशाद अंसारी बसपा में टिकट के प्रबल दावेदार माने जा रहे थे। लेकिन पार्टी ने दर्शन लाल शर्मा को प्रत्याशी बना दिया। जिसके फौरन बाद इरशाद अंसारी ने कांग्रेस का रुख कर लिया। जबकि इरशाद से पहले मुकर्रम अंसारी ने भी कांग्रेस का हाथ थाम लिया। जिससे साफ तौर पर यह माना गया कि बसपा का मुस्लिम वोट के चक्कर कांग्रेस के पाले में पहुंच गया है। इस बदले समीकरण से बसपा प्रत्याशी के साथ-साथ पार्टी के रणनीतिकार भी हैरान व परेशान है। दूसरी तरफ कांग्रेस भी अभी हरिद्वार ग्रामीण को लेकर अपने पत्ते खोलने को तैयार नहीं है। दोनों पार्टियों के इस गणित को देखते हुए बसपा का प्रत्याशी बदले जाने की चर्चाएं जोर जोर से चल पड़ी हैं। पदार्था क्षेत्र से एक दावेदार लखनऊ पहुंच चुके हैं। जिससे यह समझा जा रहा है कि बसपा हरिद्वार ग्रामीण से किसी मुस्लिम को मैदान में उतार सकती है। यदि ऐसा हुआ तो बसपा के बाद अब चुनाव में कांग्रेस को झटका लगने वाला है। ऐसा ही नजारा पिरान कलियर सीट पर बना हुआ है। यहां भले ही बसपा ने सुरेंद्र सैनी को अपना प्रत्याशी बना दिया हो और सैनी ने अपना नामांकन भी करा दिया है। बावजूद इसके, टिकट किसी मुस्लिम प्रत्याशी को देने की वकालत पार्टी के भीतर से ही उठ रही है। कांग्रेस के लिए परेशान करने वाली बात यह है कि टिकट बदलता है तो प्रमुख दावेदार झोझा बिरादरी से ही भूरा प्रधान हो सकते हैं। अगर ऐसा हुआ तो फुरकान की हैट्रिक में रुकावट आ सकती है। बहरहाल दोनों सीटों पर कशमकश को लेकर गुरुवार तक तस्वीर पूरी तरह साफ हो जाएगी।