हरकी पैड़ी के 32 करोड़ के कार्यों में गड़बड़ी! सीएम के निर्देश पर डीएम ने बैठाई जांच..
सीएसआर फंड में कराया जाना था सौंदर्य करण और जीर्णोद्धार
पंच 👊 नामा ब्यूरो
हरिद्वार: हरकी पैड़ी पर 32 करोड़ से होने वाले सौंदर्यीकरण और जीर्णोंद्धार कार्यों में गड़बड़ी का मामला सामने आया है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शिकायत का संज्ञान लेते हुए रिपोर्ट मांगी है। वहीं, जिलाधिकारी ने सिटी मजिस्ट्रेट की अध्यक्षता में तकनीकी जांच समिति गठित कर दी है। 15 दिन में समिति की रिपोर्ट तैयार होने पर जिलाधिकारी उसे शासन को भेजी जाएगी। इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने सीएसआर फंड के तहत हरकी पैड़ी के सौंदर्यीकरण और जीर्णोंद्धार के लिए 32 करोड़ प्रशासन को दिए गए थे। आरोप है कि बजट के अनुरूप धरातल पर काम नहीं हुआ। हरकी पैड़ी के औचक निरीक्षण के दौरान सांसद डॉ रमेश पोखरियाल निशंक ने पैसों की बर्बादी बताते हुए नाराजगी जताई थी। निशंक ने अफसरों को जमकर फटकार लगाई थी। इस मामले में धर्मशाला प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष व आरटीआई कार्यकर्ता रमेश चंद शर्मा ने मुख्यमंत्री से शिकायत की थी। जिसमें आरोप लगाया कि 32 करोड़ रुपये में जो जो काम कराए जाने थे, वह नहीं कराए गए। शर्मा ने भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए सीएम को अवगत कराया कि स्थायी पुलों पर स्थायी सोलर लाइट नहीं लगाई। न ही पुलों के आवागमन मार्ग पर गुणवत्तायुक्त टाइल्स पत्थरों को लगाया। न ही डूबने वाले तीर्थयात्रियों की जीवन सुरक्षा के लिए चेन लगाई गई। इस मामले में सीएम के संज्ञान लेने के बाद डीएम ने जांच कमेटी बना दी है। जिस से हड़कंप मचा हुआ है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडे ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि समिति की रिपोर्ट आने पर शासन को भेज दी जाएगी। आरोप है कि अफसरों ने मनचाही जगह पर पैसा बहा दिया और जमकर भ्रष्टाचार किया।