डीएम ने किया औचक निरीक्षण तो गायब मिले 28 कर्मचारी
लापरवाही पर नाराज हुए डीएम, कार्रवाई की तैयारी
: जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की खुलकर सामने आई पोल…
हरिद्वार: अफसर और जनप्रतिनिधि लाख दावे करें, लेकिन जनपद में सरकारी स्वास्थ्य सेवाएं कितनी चुस्त-दुरुस्त हैं, इसकी पोल बुधवार को जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में खुलकर सामने आ गई। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र, खानपुर का औचक निरीक्षण किया तो 33 में से 28 कर्मचारी गायब मिले। जिलाधिकारी ने कर्मचारियों की मनमानी और लापरवाही पर कड़ी नाराजगी जताते हुए एसडीएम को रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी इन कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति करते हुए शासन को रिपोर्ट भेजेंगे।
तटबंध का निरीक्षण कर लौटने के दौरान जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय अचानक खानपुर सीएचसी पहुंच गए। डीएम के अचानक अस्पताल पहुंचने से हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी ने कर्मचारियों की कुल तैनाती और उपस्थिति के बारे में पूछा तो हैरान रह गए। अस्पताल में तैनात चार चिकित्सक में से महज एक ही चिकित्सक डा. नेहा ही डयूटी पर थी। जबकि नेत्र सहायक धीरेंद्र कुमार, डाटा एंट्री आपरेटर सुधीर कुमार, स्टाफ नर्स शाहजहां, चौकीदार कुलदीप भी डयूटी पर पाए गए। 28 कर्मचारी नदारद मिले। जिलाधिकारी ने उपस्थिति रजिस्टर की जांच की तो कई कर्मचारियों के उपस्थिति का कालम कई दिनों से खाली था। जिससे साफ था कि या कर्मचारी डग्गा मारी कर अपने मन मुताबिक डयूटी पर पहुंचते या फिर बिना डयूटी पर आए अगले दिन उपस्थिति दर्ज करते। जिलाधिकारी ने खुद उपस्थिति रजिस्टर के कॉलम में अनुपस्थिति दर्ज की और एसडीएम लक्सर वैभव गुप्ता को बुलाकर कर्मचारियों को निलंबित किए जाने की संस्तुति वाली रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय ने बताया कि यह बेहद गंभीर मामला है। ऐसी लापरवाही सहन नहीं की जाएगी। अनुपस्थित कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की संस्तुति कर शासन को भेजी जाएगी।
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