पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: स्कूल की फीस माफ कराने के लिए पिता ने ही अपने बच्चों के अपहरण की झूठी कहानी रच दी, लेकिन पुलिस ने चंद घंटों में ही दोनों बच्चो को सकुशल बरामद कर अपहरण के मामले का दूध का दूध और पानी का पानी कर दिया। साथ ही नाटकीय घटनाक्रम को अंजाम देने वाले मास्टरमाइंड पिता को गिरफ्तार कर लिया।
एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह ने बताया कि शनिवार को पथरी थाना क्षेत्र के धनपुरा निवासी मुनव्वर ने पुलिस को तहरीर देकर बताया था कि उसके दो बच्चे जिनकी उम्र 14 और 11 वर्ष हैं, उनका अज्ञात शख्स ने अपहरण कर लिया हैं। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल मुकदमा दर्ज कर जांचपड़ताल शुरू की।
पुलिस कप्तान प्रमेन्द्र डोबाल ने जल्द से जल्द बच्चो की बरामदगी के लिए पुलिस टीमों का गठन कर आवश्यक दिशानिर्देश दिए। टीम ने दर्जनों सीसीटीवी कैमरे खंगाले, जिसके बाद पुलिस टीम ग्राम बसेड़ी पहुंची, तो दोनो बच्चे अपनी बुआ के यहां से सुरक्षित मिले।
जब पुलिस टीम ने बच्चो से पूरे घटनाक्रम के बारे जानकारी चाही तो बच्चो ने बताया कि उनके पिता ने ही उनको बुआ के घर पर जाने के लिए कहा था। जबकि बच्चो की बुआ ने अपने भाई से बच्चो के पास आने की जानकारी दी थी। जब पुलिस ने गंभीर प्रकरण में पिता मुनव्वर से पूछताछ की तो दूध का दूध और पानी का पानी हो गया।
पुलिस पूछताछ में शातिर मुनव्वर ने बताया कि उसके दोनो बच्चे प्राईवेट स्कूल में पढ़ते हैं। जहां पर करीब एक लाख रुपए फीस जमा ना होने पर स्कूल प्रबंधन बच्चो से फीस लेकर आने के लिए कह रहा था। जिसमे मुनव्वर के दिमाग मे खुराफाती विचार आया और उसने स्कूल प्रबंधन पर दबाव बनाकर फीस माफ करने के लिए अपने बच्चों के अपहरण का सारा नाटक रच दिया।
प्लानिंग के तहत पथरी पुलिस पर सहयोग न करने का आरोप लगाते हुए एसएसपी ऑफिस में गुहार तक लगाई गई थी। लेकिन पुलिस ने पूरे मामले का पर्दाफाश करते हुए पिता के खिलाफ ही विधिक कार्यवाही में जुट गई हैं। पुलिस टीम में एसआई नवीन चौहान, कांस्टेबल संदीप राणा, जयपाल चौहान, मुकेश चौहान शामिल रहे।