ड्रग्स विभाग ने मेडिकल स्टोर पर मारे छापे, स्टोर पर दवाई बेचते मिले बच्चे, सील..
देहात क्षेत्र में लगातार मिल रही मेडिकल स्टोर पर प्रतिबंध और नशीली दवाएं बिकने की शिकायतें, ड्रग्स इंस्पेक्टर अनीता भारती ने कसा शिकंजा, (देखें वीडियो)..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार ग्रामीण: पथरी थाना क्षेत्र में मेडिकल स्टोरों पर प्रतिबंधित दवाइयों की बिक्री की मिल रही शिकायतों पर ड्रग्स विभाग और पथरी पुलिस की संयुक्त टीम ने छापेमारी की। इस कार्रवाई से मेडिकल स्टोर संचालकों में हड़कंप मच गया। कई मेडिकल स्टोर स्वामी छापेमारी की खबर सुनकर अपनी दुकानें बंद कर फरार हो गए। छापेमारी के दौरान दो मेडिकल स्टोरों पर कार्रवाई की गई है। जिनमे एक मेडिकल स्टोर पर बच्चों को दवाइयां बेचते पाया गया और दूसरा मेडिकल स्टोर, छापेमारी की खबर मिलते ही बंद कर दिया गया था। इसे मौके पर ही सील कर दिया गया। छापेमारी के दौरान ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने सभी मेडिकल स्टोर संचालकों को सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा स्टोर पर साफ-सफाई का विशेष ध्यान रखा जाए। एक्सपायर दवाओं के लिए अलग से बॉक्स तैयार करें, नारकोटिक दवाओं का रिकॉर्ड रजिस्टर में पारदर्शी तरीके से मेंटेन रखे, मेडिकल स्टोर पर सीसीटीवी कैमरे लगाने और स्टोर पर हमेशा एक फार्मेसिस्ट की उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए।सोमवार को पथरी क्षेत्र के गांव नसिरपुर कला, बादशाहपुर, कुन्हारी और सुल्तानपुर में मेडिकल स्टोरों पर नशे और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री की लगातार मिल रही शिकायतों पर ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने पथरी पुलिस के साथ छापेमारी की। कार्रवाई के दौरान कई मेडिकल स्टोर संचालक दुकानें बंद कर भाग गए। छापेमारी के दौरान नसिरपुर कला के एक मेडिकल स्टोर को सील कर दिया गया। ड्रग्स इंस्पेक्टर ने चेतावनी दी कि जब तक संबंधित मेडिकल संचालक अपना लाइसेंस और स्टोर की जांच नहीं कराएंगे, तब तक दुकान नहीं खुलने दी जाएगी। ड्रग्स इंस्पेक्टर अनिता भारती ने कहा कि जिन मेडिकल स्टोरों पर नियमों का पालन नहीं किया जाएगा, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस छापेमारी का उद्देश्य नशे और प्रतिबंधित दवाओं की बिक्री को रोकना और मेडिकल स्टोरों में पारदर्शिता व नियमों का पालन सुनिश्चित करना है। ड्रग्स इंस्पेक्टर ने बताया जो मेडिकल स्टोर संचालक दुकानें बंद कर फरार हो गए उन मेडिकल स्टोरों पर दोबारा जांच के लिए टीम भेजी जाएगी। साथ ही, जिन दुकानों के पास लाइसेंस नहीं होगा या नियमों का पालन नहीं करेंगे, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई अमल में लाई जाएगी। ड्रग्स इंस्पेक्टर ने स्पष्ट किया है कि छापेमारी की कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।