प्राकृतिक आपदा से किसानों के सामने खड़ा हुआ रोजी-रोटी का संकट: अरबाज अली
घाड़ क्षेत्र के किसानों को भारी नुकसान, सरकार से मदद की मांग..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के प्रदेश सचिव अरबाज अली ने मीडिया में बयान जारी कर कहा कि हरिद्वार के लक्सर, खानपुर और घाड़ के कई इलाकों में भरी वर्षा और बाढ़ से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है। जिला हरिद्वार के साथ-साथ प्रदेश के कई इलाकों में भी भारी बारिश से किसानों की फसलें चौपट हो गई हैं और उनके सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया है। पहले ही भारत में किसानों की हालत बद से बदतर है और ऊपर से मौसम की दोहरी मार ने किसानों की कमर तोड़ कर रख दी। उन्होंने कहा सबकी थाली में अन्न परोसने वाले किसानों की थाली खाली रह जाती है फिर भी किसान अन्न उगाने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ते, मौसम की मार से लेकर बिचौलियों तक से जूझकर किसान लगातार कृषि कार्यों में लगा रहता है लेकिन किसान को उसकी फसलों का वाजिब दाम भी नही मिल पाता।
भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के प्रदेश सचिव अरबाज अली ने कहा कि हम राज्य के मुख्यमंत्री पुष्कर धामी से मांग करते है कि उत्तराखंड के जिन जिन क्षेत्रों में बाढ़ और भारी बारिश से नुकसान हुआ है उन क्षेत्रों को आपदा प्रभावित क्षेत्र घोषित कर उन क्षेत्रों के लोगो के हुए नुकसान का आकलन कर नुकसान की भरपाई की जानी चाहिए। जिन किसानों की फसलें खराब हो गई है उन किसानों को फसलों का सही और वाजिब मुआवजा दिया जाना चाहिए। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के किसानों के बिजली के बिल माफ किए जाए साथ की किसानों के ऋण को भी माफ किया जाना चाहिए। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के दैनिक मजदूरी करने वाले मजदूरों को भी राज्य सरकार द्वारा उचित मुआवजा दिया जाना चाहिए। जिनके मकान भारी बारिश और बाढ़ से क्षतिग्रस्त हो गए हैं उनको मुआवजा देकर या उनका पुनर्स्थापन किया जाए। तटवर्ती इलाकों में नदियों के तटों की मरम्मत और तटबंध को दुरुस्त किया जाए, जहां नदियों के कटान की स्तिथि है वहां तटबंध बनाए जाए। भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के प्रदेश सचिव अरबाज अली ने कहा कि प्रदेश में भारी बारिश और बाढ़ के कारण क्षतिग्रस्त हुए पुलों को भी जल्द से जल्द ठीक किया जाए जिससे जिन क्षेत्रों का संपर्क मुख्य मार्गो से टूट गया था जुड़ सके। इसके साथ ही प्रदेश सचिव अरबाज अली ने जिला प्रशासन हरिद्वार से भी मांग की कि हरिद्वार और ज्वालापुर में इस समय शहर की मुख्य समस्या जलभराव की है जरा सी बारिश से शहर की सड़के जलमग्न हो जाती है जिसका कारण नालों का बंद होना है क्योंकि जलभराव का एक मुख्य कारण नालों को बंद करके उसपर किया गया अवैध अतिक्रमण है इसलिए जिला प्रशासन द्वारा नालों के ऊपर से अवैध अतिक्रमण हटवा कर नालों को साफ करवाया जाए जिससे जलभराव की स्थिति से छुटकारा पाया जा सके।