
पंच👊नामा ब्यूरो
विकास कुमार- हरिद्वार: रामनवमी जुलूस के दौरान गुरुवार शाम ज्वालापुर में पुलिस की मुस्तैदी से बड़ा बवाल होते-होते टल गया। बिना परमिशन निकाले गए एक जुलूस को आयोजकों ने नमाज के दौरान मस्जिद के बाहर रोक दिया।

डीजे की भारी आवाज से मस्जिद के अंदर नमाज पढ़ रहे नमाजियों में व्यवधान पैदा हो गया और कुछ लोग नमाज पूरी कर बाहर निकल आए। जानकारी मिलते ही कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी आनन-फानन में मौके पर पहुंचे और डीजे से लदे वाहन को कब्जे में लेकर उसे दौड़ाते हुए दुर्गा चौक पार कराया।

इसके बाद आयोजकों को फटकार भी लगाई। इस बात को लेकर पुलिस और आयोजकों के बीच नोक-झोंक भी हुई। जिस समय जुलूस रोका गया।

मस्जिद के अंदर सैकड़ों की संख्या में नमाजी जमा थे। जिससे साफ है कि हल्की सी नोक-झोंक होने पर भी बड़ा बवाल होना तय था। लेकिन इससे पहले ही पुलिस दीवार बनकर खड़ी हो गई।

इस पूरे घटनाक्रम के पीछे माहौल बिगाड़ने की साजिश थी या आयोजकों पर लड़कपन यह जांच का विषय है। फिलहाल घटना को लेकर मुस्लिम समाज के कई प्रमुख लोगों ने नाराजगी जताते हुए शहर की फिजा बिगाड़ने का प्रयास करने वालों पर कार्रवाई की मांग आला अधिकारियों से की है।

वहीं, पुलिस कप्तान अजय सिंह का साफ निर्देश है कि माहौल बिगड़ने वाला कोई भी हो, उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी
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न परमिशन ली, न रूट निर्धारित
नवरात्र और रमजान को लेकर कुछ दिन पहले ही ज्वालापुर कोतवाली में पुलिस ने दोनों समुदायों के गणमान्य लोगों की बैठक लेते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने में सहयोग की अपील की थी।

सीओ ज्वालापुर निहारिका सेमवाल और कोतवाली प्रभारी आरके सकलानी की तरफ से साफ हिदायत दी गई थी कि बिना अनुमति कोई भी नया आयोजन न किया जाए। इसके बावजूद निकाले गए जुलूस की न तो अनुमति ली गई थी और ना ही रूट निर्धारित था।

इतना ही नहीं, ज्वालापुर में रामनवमी के अन्य दो जुलूस संपन्न कराने में जुटी पुलिस को इस तीसरे जुलूस के बारे में आयोजकों की ओर से जानकारी भी नहीं दी गई थी।
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लालढांग में लगे भड़काऊ नारे…..
रामनवमी जुलूस के दौरान श्यामपुर के लालढांग क्षेत्र में भड़काऊ नारे लगाने का मामला सामने आया है। इसका एक वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है जिसमें कुछ लोग हथियार लहराते हुए दिख रहे हैं और कुछ भड़काऊ नारे लगाते हुए सुनाई पड़ रहे हैं। जनपद में कथित धर्म संसद और भड़काऊ भाषण का मामला सुप्रीम कोर्ट तक पहुंचने के बावजूद अब नया मामला सामने आया है, जिससे कई सवाल खड़े हो रहे हैं।