
पंच👊🏻नामा-ब्यूरो
विकास कुमार, हरिद्वार: मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी रविवार को जिस समय उत्तराखंड आयुर्वेद विश्वविद्यालय ऋषिकुल के सभागार में प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी में प्रतिभाग करते हुए गाय सहित दुधारू पशुओं के फायदे गिना रहे थे।

ठीक उसी समय रानीपुर के दादूपुर गोविंदपुर गांव के एक परिवार गौकशी में जुटा हुआ था। मुखबिर की सूचना पर हरकत में आई पुलिस ने घर में छापा मारकर 180 किलो मांस सहित पति-पत्नी व बेटे को गिरफ्तार कर लिया। कार्रवाई के दौरान चार गौवंशीय पशुओं को जिंदा बचाने में भी पुलिस को सफलता मिली है।

रानीपुर कोतवाली प्रभारी नरेंद्र बिष्ट ने बताया कि वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने गौकशी की रोकथाम के लिए प्रभावी कार्रवाई के निर्देश दिए हुए हैं। रविवार को औद्योगिक क्षेत्र चौकी प्रभारी अरविंद रतूड़ी को दादूपुर गोविंदपुर गांव में गौकशी की सूचना मिली।

जिस पर चौकी प्रभारी रतूड़ी फौरन एक टीम को साथ लेकर मौके पर पहुंचे और एक घर में छापा मारा। पुलिस को देखकर गौकशी करने वालों में अफरा तफरी मच गई। टीम ने मौके से अशरफ कुरैशी, उसके बेटे फिराेज कुरैशी व पत्नी मुमताज निवासीगण दादूपुर गोविंदपुर को गौकशी करते हुए रंगे हाथ पकड़ लिया गया। मौके से करीब 180 किलोग्राम गौ मांस, 4 छुरी, एक कुल्हाड़ी व एक लकड़ी का गुटखा बरामद हुआ। तीनों व्यक्तियों के कब्जे से 4 जीवित गौवंश (दो गाय, एक बछड़ा व एक बछड़ी) भी बरामद हुए हैं। बताया कि आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान किया जा रहा है। जबकि जीवित बरामद गोवंश को स्थानीय व्यक्ति के सुपुर्द किया जा रहा है।
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पशुधन पर क्या बोले सीएम धामी….
प्रथम अन्तर्राष्ट्रीय पशु चिकित्सा एवं आयुर्वेद संगोष्ठी में सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पशुधन हमारे देश की बड़ी ताकत है, जिन्हें बचाना हमारा प्रमुख कर्तव्य है और मानव संसाधन के साथ ही आयुर्वेद के प्रयोग से हम अपने पशुधन को भी रोगमुक्त रख सकते हैं। उन्होंने कहा कि आयुर्वेदिक पशु चिकित्सा द्वारा पशुओं के रोग निवारण और रोग नियंत्रण के लिए प्रदेश में मौजूद हर्बल संसाधनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने वर्तमान में मनुष्यों से भी अधिक पशुओं में एंटीबॉयोटिक्स का इस्तेमाल करने पर चिन्ता व्यक्त करते हुए कहा कि यह स्थिति पशुओं के लिए ही नहीं, बल्कि हमारे लिए भी अत्यंत हानिकारक है, जिसे हम आयुर्वेद को अपनाकर ही नियंत्रित कर सकते हैं।

बताया कि सरकार ने प्रदेश में राज्य पशुधन मिशन शुरू किया है, इसके तहत 60 करोड़ का निवेश किए जाने की योजना बनाई गई है। इससे सात हजार पशुपालकों को प्रत्यक्ष और दस हजार पशुपालकों को अप्रत्यक्ष रोजगार का अवसर मिला है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड के गांवों में दुनिया की सबसे समृद्ध और सबसे कुशल पशु स्वास्थ्य परंपरा मौजूद है। यह ज्ञान पशु स्वास्थ्य के क्षेत्र में क्रांतिकारी कदम साबित हो सकता है। हमने इस बार के बजट में स्थानीय निकायों में पशुधन, गौ सदन के निर्माण के लिए 14.15 करोड़ का प्रावधान किया है वहीं, गौ पालन योजना के लिए 2.79 करोड़ का प्राविधान भी अलग से किया गया है।