पंच👊नामा
रुड़की: पाडली गुज्जर नगर पंचायत में चुनावी सरगर्मियां अपने चरम पर हैं। सभी पार्टियों के प्रत्याशी अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए दिन-रात प्रचार में जुटे हुए हैं। डोर-टू-डोर संपर्क, नुक्कड़ सभाएं और जनसभाओं के माध्यम से जनता से वोट की अपील की जा रही है। इस चुनावी माहौल में बसपा प्रत्याशी गुलशमा पत्नी वसीम को बड़ा समर्थन मिला है, जिसने इस सीट पर मुकाबले को और दिलचस्प बना दिया है।बसपा प्रत्याशी गुलशमा को वरिष्ठ समाजसेवी आलमगीर के साथ मुस्लिम समाज के लोगों ने समर्थन देते हुए भारी बहुमत से जीत दिलाने का वादा किया है। समर्थन देने वालों का भव्य स्वागत फूल मालाओं और नारों के साथ किया गया। जनसभा में जुटी भीड़ ने यह साफ संकेत दिया कि पाडली गुज्जर की राजनीति में आलमगीर का प्रभाव कितना गहरा है। उनके समर्थन ने गुलशमा की दावेदारी को और मजबूती प्रदान की है।
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भाजपा-कांग्रेस के बहकावे में नहीं आएगा मुस्लिम समाज: बसपा प्रत्याशी…गुलशमा पत्नी वसीम ने अपने संबोधन में कहा कि मुस्लिम समाज अब जागरूक हो चुका है और भाजपा व कांग्रेस के झूठे वादों के झांसे में नहीं आएगा। उन्होंने दावा किया कि जनता इस बार बदलाव के मूड में है और बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का परचम लहराने के लिए तैयार है। बसपा की नीतियों और विकास के एजेंडे को लेकर लोग उत्साहित हैं। उन्होंने कहा, “बसपा ही वह पार्टी है जो हर वर्ग के हक और सम्मान की लड़ाई लड़ती है। “पाडली गुज्जर में मुस्लिम समाज के इस समर्थन से राजनीतिक समीकरणों में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है। स्थानीय विश्लेषकों का मानना है कि बसपा के पक्ष में बढ़ता समर्थन अन्य दलों के लिए चिंता का सबब बन सकता है। जनसंपर्क अभियान के दौरान बसपा प्रत्याशी के साथ भारी संख्या में समर्थक मौजूद रहे, जिन्होंने उत्साहपूर्ण नारों और जयघोष के साथ माहौल को और गर्मा दिया।अब देखना यह है कि आगामी मतदान में यह समर्थन कितना असरदार साबित होता है और पाडली गुज्जर की जनता किसे अपना प्रतिनिधि चुनती है। लेकिन एक बात तय है, मुकाबला इस बार कांटे का होने वाला है।