
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: एक सप्ताह पहले विवाहिता की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत के मामले में मायके वालों ने ससुराल पक्ष पर हत्या का आरोप लगाया है।

मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने थाना बसंत विहार में हत्या का मुकदमा दर्ज कराया और निष्पक्ष जांच के निर्देश दिए। विवाहिता का शव कब्र से बाहर निकाल कर पोस्टमार्टम करने के लिए जिला मजिस्ट्रेट से पत्राचार किया। जिस पर डीएम ने अनुमति दे दी है।

जल्द ही पुलिस कब्र से शव निकाल कर उसका पोस्टमार्टम कराएगी। दूसरी तरफ दून अस्पताल के शौचालय में नवजात शिशु का भ्रूण मिलने की घटना को भी पुलिस कप्तान अजय सिंह ने गंभीरता से लेते हुए खुद अस्पताल का निरीक्षण किया। एक पुलिस टीम अस्पताल के सीसीटीवी कैमरे खंगालने में जुट गई है। ताकि घटना का राजफ़ाश किया जा सके।
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दो दिन पूर्व मुमताज पुत्री रऊफ मरहूम निवासी मौ. मलकान बसी, किरतपुर बिजनौर ने थाना बसन्त विहार पर तहरीर देकर बताया कि उनकी पुत्री फरहा का विवाह 2011 में बसन्त विहार निवासी सलीम पुत्र जरीफ के साथ हुआ था। बीती 18 सितंबर को उनकी पुत्री के ससुराल वालों ने उन्हें उनकी पुत्री की मृत्यू होने की जानकारी दी गई।

जिस पर वह अपनी पुत्री की ससुराल कांवली गांव देहरादून आये, जहां उन्हें जानकारी मिली कि उनकी पुत्री की मृत्यू जहर खाने से हुई है, घटना के कुछ दिनों बाद उन्हें जानकारी मिली कि उनकी पुत्री के गले व पीठ पर चोट के निशान थे, जिससे उन्हें अंदेशा है कि उनकी पुत्री के ससुरालियों ने हत्या की है। तहरीर के आधार पर थाना बसन्त विहार पर सम्बंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया।

घटना के सम्बन्ध में प्रभावी कार्यवाही और सभी सम्भावित पहलुओं की गहनता से जाचं के लिए पुलिस कप्तान अजय सिंह ने थानाध्यक्ष बसन्त विहार को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए, साथ ही घटना में आवश्यक साक्ष्य संकलन के लिए मृतका के शव का पोस्टमार्टम कराने के लिए शव को कब्र से बाहर निकलवाने के लिये जिला मजिस्ट्रेट से पत्राचार किया।

जिस पर अपर जिला मजिस्ट्रेट ने शव के पंचायतनामें/पोस्टमार्टम की कार्यवाही के लिए शव को कब्र से बाहर निकालने की अनुमति प्रदान की है। जल्द ही मृतका के शव को कब्र से बाहर निकालकर आवश्यक साक्ष्य संकलन की कार्यवाही की जाएगी।
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दो दिन पूर्व दून हॉस्पिटल के महिला वार्ड के बाथरूम में नवजात शिशु का भूर्ण मिलने की घटना की संवेदनशीलता के मद्देनजर पुलिस कप्तान अजय सिंह ने दून हॉस्पिटल और दून पुलिस चौकी का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान एसएसपी ने अस्पताल परिसर का भ्रमण कर परिसर में लगे सीसीटीवी कैमरो का जायजा लिया तो अस्पताल परिसर में सीसीटीवी की संख्या काफी कम पाई गई, साथ ही सीसीटीवी कैमरों के ऑब्जरवेशन रूम में भी खामियां मिली, ऑब्जरवेशन रूम में सीसीटीवी की मॉनिटरिंग के लिए कोई मौजूद नहीं मिला, जिस पर दून हॉस्पिटल प्रबंधन को चिकित्सालय के हर भाग में सीसीटीवी कैमरे लगवाने और सीसीटीवी कैमरों के 24 घंटे ऑब्जरवेशन करने के लिए पत्राचार किया गया, साथ ही सीसीटीवी के ऑब्जरवेशन रूम को इमरजेंसी के सामने बनी पुलिस चौकी में स्थापित किये जाने का सुझाव भी दिया गया।
जिससे सीसीटीवी कैमरों की लगातार मॉनिटरिंग कर ऑब्जरवेशन किया जा सके। निरीक्षण के दौरान दून चिकित्सालय में बीते 03 दिनों में डिलीवरी के लिए आयी महिलाओं का रिकॉर्ड चेक किया गया तो 3 दिनों में दून चिकित्सालय में कुल 41 महिलाओं की डिलीवरी हुई थी, जिसमें 40 बच्चे स्वस्थ पैदा हुए व एक बच्चा मृत पैदा हुआ, जिसके परिजन थाना क्षेत्र बसंत विहार के थे।
जिसका उन्होंने अंतिम संस्कार किया, जिसकी बसंत विहार पुलिस द्वारा जांच कर पुष्टि की गई है। अब तक की जांच व रिकॉर्ड के अवलोकन से ऐसे किसी भी मरीज या महिला की जानकारी प्राप्त नहीं हुई है, जो डिलीवरी के लिए चिकित्सालय में आई हो, फिर भी घटना की संवेदनशीलता के दृष्टिगत एसएसपी देहरादून ने प्रकरण में मुकदमा दर्ज कर घटना के सभी संभावित पहलुओं की गहनता से जांच करने के निर्देश दिए है।