पंच 👊 नामा ब्यूरो
एक युवक को ठगने के लिए उसके चचेरे भाई ने फर्जी दबिश का षड्यंत्र रच डाला। उसके इशारे पर भेजे गए फर्जी पुलिसकर्मियों ने युवक के घर से गांजा बरामद दिखाते हुए 20 हजार की डिमांड कर डाली। युवक ने बचने के लिए डरते-डरते 12 हजार रुपए दे भी दिए। शक होने पर जब असली पुलिस से शिकायत की गई तो पूरे मामले का भंडाफोड़ हो गया। पुलिस ने पूरे घटनाक्रम के मास्टरमाइंड चचेरे भाई और दोनों फर्जी पुलिसकर्मियों को गांजे की पुड़िया और नकदी के साथ गिरफ्तार कर लिया।
मामला देहरादून के प्रेम नगर थाना क्षेत्र का है। राम लखन पुत्र जय सिंह निवासी बालाजी विहार हाजरा प्रेमनगर देहरादून ने चौकी झाझरा, थाना प्रेमनगर आकर एक लिखित तहरीर दी। जिसमें राम लखन ने बताया कि उसके चाचा का लड़का मनोज उसके घर बैठने के लिए आया था। उसके जाने के बाद दो व्यक्ति मेरे घर आए और 06 पैकेट गांजे की पुड़िया निकाल कर अपने आप को पुलिस वाला बताते हुए मुझे उठाकर सुद्धोंवाला पेट्रोल पंप ले गए। केस में फंसा देने का डर देकर 20 हजार की मांग करने लगे। राम लखन ने अपने चाचा चाची को पेट्रोल पंप पर बुलाकर उन्हें 12 हजार रुपये नगद दे दिए। राम लखन ने बताया कि खुद को पुलिसकर्मी बताने वाले युवकों ने उसके साथ गाली गलौच और मारपीट भी की। जानकारी लेने पर पता चला कि किसी पुलिस टीम ने ऐसी कोई दबिश दी ही नहीं थी। मुकदमा दर्ज कर पड़ताल करते हुए पुलिस ने राम लखन के चाचा के बेटे मनोज पुत्र सीताराम निवासी ठाकुरपुर रोड थाना प्रेम नगर देहरादून उसके दोस्त सचिन कुमार पुत्र मनीष कुमार निवासी अंबेडकर कॉलोनी और शुभम पुत्र राजेश कुमार निवासी केहरी गांव जीआरडी कॉलोनी थाना प्रेमनगर देहरादून को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में मनोज ने बताया कि वह खुद 6 पैकेट गांजे की पुड़िया राम लखन के घर में छुपा कर रख दी थी। फिर अपने साथी सचिन कुमार व शुभम के को राम लखन के घर भेज दिया। लेकिन राम लखन को शक होने पर पूरा मामला पकड़ में आ गया। पुलिस टीम में दीपक धारीवाल प्रभारी चौकी झाझरा व कॉन्स्टेबल चंदर शामिल रहे। पुलिस कप्तान जन्मेजय प्रभाकर खंडूरी ने बताया कि आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। उनके कब्जे से 2000 की नकदी और 6 पुड़िया गांजा बरामद हुई है।