हरिद्वार उमड़ी बाईकर्स कावड़ियों की फौज, हाइवे से लेकर गली मोहल्लों तक में भर रहे फर्राटा, कई जगह जाम..
चारों तरफ डीजे की धमक और बिना साइलेंसर वाली बाइकों का शोर, बारिश और जलभराव के बावजूद आवागमन जारी, अब तक पहुंचे 3.28 करोड़..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अंतिम चरण में पहुंच चुके कांवड़ मेले में गुरुवार को डाक कावड़ और बाइकर्स कावड़ियों की फौज ही उमड़ पड़ी। आस्था और रोमांच का उल्लास लेकर लाखों की संख्या में कांवड़िए अगल-बगल के राज्यों से हरिद्वार पहुंच रहे हैं। हाईवे पर जहां डाक कावड़ के बड़े वाहन दौड़ रहे हैं। वहीं, बाइकर्स कावड़ियों से कोई भी वाहन अछूता नहीं है। हाईवे से लेकर शहर के अंदरूनी मार्गों और गली मोहल्लों में भी बिना साइलेंसर वाली बाइकों पर कावड़िये फर्राटा भर रहे हैं।
डीजे की धमक और बिना साइलेंसर वाली बाइकों के शोर में किसी को कान पड़ी आवाज नहीं आ रही है। गुरुवार कल सुबह भारी बारिश के बीच कावड़ियों का आगमन शुरू हुआ तो हर घंटे भीड़ बढ़ती चली गई हरिद्वार का हर की पैड़ी और यात्री बाहुल्य क्षेत्र पूरी तरह से कांवरियों से पैक है।
मेला क्षेत्र की सारी पार्किंग लगभग भरी हुई हैं। दिल्ली-हरिद्वार हाईवे से लेकर लक्सर मार्ग, भेल मध्य मार्ग, हरिद्वार-नजीबाबाद हाईवे पर भी कावड़ियों के जत्थे हजारों की संख्या में मौजूद हैं। दक्ष नगरी कनखल की कॉलोनियों में भी कावड़ियों का हुजूम उमड़ा हुआ है।
हाईवे पर डीजे की धुन में कावड़िए मदमस्त होकर नाचते और घूमते हुए अपने गंतव्य की तरफ बढ़ रहे हैं। पुलिस के आंकड़ों के अनुसार गुरुवार को 68.70 लाख कावड़िया गंगाजल लेकर हरिद्वार से रवाना हुए। अभी तक मेले में 3.28 करोड़ कावड़िया पहुंच चुके हैं।
जबकि लाखों अभी रास्ते में है और हरिद्वार की तरफ बढ़ रहे हैं। एसएसपी अजय सिंह के नेतृत्व में जिले भर के पुलिस कावड़ियों के सैलाब को संचालित कराने में जुटी है। खुद एसएसपी अजय सिंह के अलावा एसपी क्राइम व यातायात रेखा यादव, एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह, सीओ सिटी जूही मनराल,
सीओ ऑपरेशन निहारिका सेमवाल, सीओ लक्सर मनोज कुमार ठाकुर, सीओ यातायात राकेश रावत समेत जिले भर के थाना कोतवाली प्रभारी और दूसरे जिलों से आया पुलिस बल शिद्दत के साथ कावड़ मेला ड्यूटी में लगा है।
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“पुलिस का फोकस भीड़ व यातायात प्रबंधन पर……
फिलहाल पुलिस का फोकस सिर्फ कावड़ियों के आवागमन को सुचारू बनाए रखने पर है। लगातार कावड़िए हरिद्वार पहुंच रहे हैं और पुलिस इस प्रयास में जुटी है कि जल्द से जल्द हर की पैड़ी के गंगा घाटों को खाली कराया जाता रहे। पार्किंग में पहले से खड़े वाहनों को निकाला जाता रहे।
ताकि बाद में आने वालों के लिए जगह मिलती रहे और भगदड़ की गुंजाइश ना रहे। शुक्रवार को भीड़ के लिए आज से मेले का आखरी दिन है। इसलिए आज की रात और कल का पूरा दिन पुलिस के लिए सबसे भारी हैं।
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हरिद्वार: लक्सर मार्ग पर कटारपुर के समीप जलभराव के दौरान डाक कांवड़ यात्रियों का ट्रक फंस गया। जिससे जाम भी लग गया। सूचना पर फेरुपुर चौकी प्रभारी विरेंद्र सिंह नेगी मौके पर पहुंचे और बुल्डोजर मंगाया।
स्थानीय ग्रामीण भी मदद के लिए दौड़ पड़े। पुलिस और ग्रामीणों ने मिलकर वाहन को बाहर निकाला और कांवड़ यात्रियों को हरिद्वार रवाना किया। कांवड़ यात्रियों ने सेवाभाव के लिए पुलिस और ग्रामीणों को धन्यवाद दिया।
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बहादराबाद: डाक कांवड़ की भीड़ के चलते बहादराबाद में जाम की स्थिति पैदा हो गई। तब पुलिस ने पृथ्वीराज चौहान तिराहे से कावड़ यात्रियों को भेल मध्य मार्ग की तरफ डायवर्ट किया। रुड़की, सहारनपुर, हरिवाणा की ओर से धनौरी होते हुए बाइकर्स कांवड़ यात्रियों का रैला बहादराबाद से गुजर रहा है।
हाइवे पर भीषण जाम लगने पर थानाध्यक्ष अनिल चौहान ने कस्बा चौकी प्रभारी अशोक सिरस्वाल सहित अधीनस्थों को साथ लेकर कांवड़ यात्रियों को भेल की तरफ डायवर्ट किया। तब जाम खुला। लेकिन यातायात का दबाव अभी बना हुआ है।
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हरिद्वार: मनसा देवी मंदिर सुरंग के पास रेलवे ट्रैक पर मलबा आने से रेल यातायात बाधित हो गया। सूचना मिलने पर भारी भीड़ होने के चलते जीआरपी के एसएसपी अजय गणपति बुलेट पर थानाध्यक्ष अनुज सिंह के साथ मौके पर पहुंचे और निरीक्षण कर रेलवे अधिकारियों से बात की।
इसके बाद एक बुल्डोजर व एक जेसीबी मंगवाकर रेलवे ट्रैक से मलबा हटवाया गया। कई घंटे बाद यातायात सुचारू हुआ। वहींं, रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर परिवार से बिछुड़े तीन साल के मासूम को जीआरपी ने उसके स्वजनों से मिला दिया।
थानाध्यक्ष अनुज सिंह ने बताया कि बालक अपना नाम भी नहीं बता पा रहा था। तब बच्चे की फोटो यात्रियों को दिखाते हुए सर्च अभियान चलाया गया। टीम के अथक प्रयासों के बाद अंबाला निवासी बच्चे के माता-पिता को ढूंढ लिया गया। तीन साल के बेटे को सकुशल पाकर दंपत्ति ने जीआरपी टीम को धन्यवाद दिया और उत्तराखंड पुलिस की प्रशंसा की।