हरिद्वार

आखिरकार शुरू हो गई चैंपियन को जेल वापसी की तैयारी, उमेश ने पूछी खैरियत तो चैंपियन भी पिघले..

जिला अस्पताल की टीम ने डीएम, एसएसपी, जेल अधीक्षक को भेजी मेडिकल रिपोर्ट, अब चैंपियन ने बताई पेशाब में जलन..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पूर्व विधायक कुंवर प्रणव सिंह के जांच के लिए देहरादून जाने से लगातार इन्कार करने के बाद अब चैंपियन को वापस जेल भेजने की तैयारी शुरू हो गई है। देहरादून जाने से टाल मटोल को लेकर उठ रहे सवालों के बीच अस्पताल प्रबंधन ने डीएम, एसएसपी व जेल अधीक्षक को चैंपियन की मेडिकल अपडेट से जुड़ी रिपोर्ट भेजी है। जिसमें चैंपियन के फिट होने का दावा किया गया है। माना जा रहा है कि चैंपियन को किसी भी वक्त डिस्चार्ज कर जेल वापस भेजा जा सकता है। लेकिन इससे पहले ही चैंपियन ने पेशाब में जलन होने की शिकायत बताई है। इस शिकायत को भी मेडिकल टीम ने गंभीरता से लिया और जांच कराते हुए यह साफ कर दिया कि समस्या दवाई से ठीक हो सकती है। इसके लिए अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं है। चिकित्साधिकारी डॉ. विकास दीप ने बताया कि जिला अस्पताल में उपचाराधीन कुंवर प्रणव सिंह की स्थिति स्थिर है। पिछले तीन दिनों के भीतर पूर्व विधायक को कोई परेशानी सामने नहीं आयी है। उनके उपचार में जुटी चिकित्सकों की टीम ने कुंवर प्रणव सिंह को फिट घोषित किया है। लेकिन कुछ जांचों की सलाह दी गयी हैं, जोकि जिला अस्पताल में उन जांचों की सुविधा उपलब्ध नहीं है। इसलिए उनको हॉयर सेंटर रेफर किया जा चुका है। लेकिन वह हॉयर सेंटर जाने में टालमटोल कर रहे है। उन्होंने बताया कि कुंवर प्रणव सिंह के स्वास्थ्य के फिट होने के सम्बंध में अस्पताल प्रबंधन की ओर से जिलाधिकारी, एसएसपी हरिद्वार, जेल अधीक्षक और सीएमओ हरिद्वार को पत्र लिखकर अवगत कराया जा चुका है। लेकिन पूर्व विधायक की ओर से यूरिन में जलन की शिकायत की गई है। यूरिन जांच की रिपोर्ट समान्य पाई गयी है। यूरिन जलन के लिए अस्पताल में भर्ती होना जरूरी नहीं है।
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चैंपियन का दावा, उमेश ने की स्वास्थ्य लाभ की कामना……कुंवर प्रणव सिंह चैंपियन के आधिकारी फेसबुक पेज पर एक पोस्ट में दावा किया गया है कि उमेश कुमार ने चैंपियन के स्वास्थ्य की जानकारी ली है। इतना ही नहीं, चैंपियन के शीघ्र स्वस्थ और दीर्घायु होने की कामना भी की गई है। चैंपियन ने चिर-परिचित अंदाज में शेरों शायरी के साथ इसका बखान किया है। चैंपियन ने लिखा है कि बदलते वक्त के पैगाम आने लगे, देखो मेरे नीम पे आम आने लगे, जो करते नहीं थे मुसाफा सरेराह, अब उनके बाअदब सलाम आने लगे। चैंपियन ने आगे लिखा है कि हम निजी तौर पर उनका आभार प्रकट करते हैं , शिष्टाचार प्रकट कर मंगलकामना करने के लिए। कहा कि देखिए हम “क्षत्रिय” हैं जो कायदे के तथ्य पर शत्रु का भी सम्मान करते हैं। राजा पोरस और सिकंदर की कहानी लिखते हुए चैंपियन ने लिखा कि हम प्राचीन गौरवशाली लंढौरा रियासत के “वीर गुर्जर” समाज के वंशज हैं जहां हमारे शौर्यवान पूर्वजों द्वारा 36 कौम का सदैव सम्मान व भागीदारी किया जाता रहा है। आज भी आपकी लंढौरा रियासत के प्राचीन गौरव की गवाही देता वह प्रतीक-चिन्ह, “रंग महल” सम्मानित 36 कौम की धरोहर के रूप में विद्यमान है, जिसके हम ट्रस्टी मात्र हैं, स्वामी नहीं ! अतः अपनी धरोहर के मान सम्मान विषयक जो निर्णय सम्मानित 36 कौम के आदरणीय वंशज करेंगे, वह अक्षरशः हमें स्वीकार्य होगा: हमारी ओर से कोई भी किसी किस्म का हस्तक्षेप नहीं किया जाएगा क्योंकि यह समाज का विषय है कोई व्यक्तिगत नहीं।
जय हिंद जय भारत जय रियासत लंढौरा।

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