दारोगा की पत्नी ने पेट्रोल पंप कब्जाया, झूठा मुकदमा भी दर्ज कराया..
पीड़ितों ने मीडिया के सामने आकर सुनाई आपबीती, पुलिस की भूमिका पर सवाल..

पंच👊नामा
रुड़की: दारोगा की पत्नी के नाम पेट्रोल पंप का विवाद तूल पकड़ता जा रहा है। अब पेट्रोल पंप के अन्य पार्टनरों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दारोगा और उनकी पत्नी पर कई गंभीर आरोप लगाए है। आरोप है कि दारोगा ने वर्दी का रॉब ग़ालिब किया और उनके खिलाफ ही झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया, ये सब पेट्रोल पंप को हड़पने की साज़िश बताई।रूडकी की मंगलौर कोतवाली क्षेत्र में लंढौरा रोड पर स्थित एक पेट्रोल पम्प को लेकर सिविल लाइन कोतवाली में तैनात एसएसआई केदार सिंह चौहान काफी चर्चाओं में चल रहे है पेट्रोल पम्प को स्थापित करने वाले आनंद कुमार का आरोप है की उनके द्वारा सात साल पहले कड़ी मेहनत से यह पेट्रोल पम्प स्थापित किया गया जो निर्मला चौहान के नाम है। निर्मला चौहान के पति केदार सिंह चौहान फिलहाल सिविल लाइन कोतवाली में एसएसआई के पद पर तैनात है। आनंद कुमार का आरोप है की निर्मला चौहान के नाम होने के कारण उनकी हिस्सेदारी 10 प्रतिशत रखी गई थी। जिस का भुगतान समय पर होता रहा है आरोप है की पेट्रोल पम्प को स्थापित करने में केदार सिंह चौहान से एक रुपया भी खर्च नहीं कराया गया है जो लिखित में है आरोप है की कुछ समय से केदार सिंह चौहान अपने आप को पेट्रोल पम्प का मालिक बताने लगे है और पुलिस का रोब दिखाकर जेल में डालने की धमकी दे रहे है। हाल ही दरोगा ने मंगलौर कोतवाली में उनके खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज कराया है।
आनंद कुमार का आरोप है की कुछ दिन पहले वह परिवार एक शादी में शहर से बाहर गया था तभी केदार सिंह चौहान ने अपने कुछ साथियों के साथ मिलकर पेट्रोल पम्प पर जबरन कब्ज़ा कर लिया है और वहां रखी अलमारी में तोड़फोड़ कर कागजात भी उठा लिए और पम्प पर लगे सीसीटीवी कैमरे भी बदल दिए, साथ ही पत्नी के नाम से मंगलौर कोतवाली में तहरीर दिलवाकर उल्टा उनके ही नाम झूठा मुकदमा भी दर्ज करा दिया, पीड़ित परिवार तभी से उच्च अधिकारियों और कोर्ट कचहरी के चक्कर काट रहा है।आज पीड़ित आंनद कुमार ने रामनगर चौक स्थित एक होटल में प्रेसवार्ता कर आरोप लगाया कि केदार सिंह चौहान वर्दी पहनकर पेट्रोल पम्प पर आकर अक्सर जेल में डालने और एससी एसटी की धाराओं में मुकदमा दर्ज कराने की भी धमकी देते रहते है। आनंद कुमार के द्वारा केदार सिंह चौहान की पत्नी के साथ हुए समझौते के कागजात दिखाते हुए भावुक हो गए और कहने लगे अगर उनको इसी तरह से परेशान किया जाता रहा तो वो शहर से पलायन करने को मजबूर हो जायेंगे। एक सीसीटीवी वीडियो भी उनके द्वारा उपलब्ध कराया गया है जिसमे दारोगा बावर्दी पेट्रोल पंप के ऑफिस में बैठा है और कागजात देख रहा है, मेज की अलमारी से भी कागज निकाले जा रहे है।