उत्तराखंड/उत्तरप्रदेश की सीमा से सटे गांव कस्बे में वनाधिकारियों ने चलाया तलाशी अभियान..
डॉग स्क्वायड के साथ दोनो प्रदेशों के अधिकारियों ने किया गश्त..
पंच👊नामा-ब्यूरो
बढ़ापुर, बिजनौर: आरक्षित जंगल से वन्यजीवों के शिकार व अवैध पातन की रोकथाम के लिए उत्तराखंड व उत्तर प्रदेश राज्य की चार वन रेंज के वन वनाधिकारियों ने वनकर्मियों के साथ दोनों राज्यों की सीमा से सटे गांव व बढ़ापुर कस्बे के मुख्य मार्ग पर पैदल गश्त कर बस स्टैंड पर तलाशी अभियान चलाया।जानकारी के मुताबिक उत्तराखंड की कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग लैंसडाउन की पाखरौ व सोना नदी वन रेंज और बिजनौर वन प्रभाग नजीबाबाद की बढ़ापुर व साहूवाला रेंज के वन क्षेत्राधिकारियों ने वनकर्मियों के साथ बृहस्पतिवार को वन क्षेत्र से वन्यजीवों के शिकार व अवैध पातन की रोकथाम के लिए दोनों राज्यों की सीमा से सटे ग्राम विजय सिंहपुर, रामजीवाला, सरदारपुर छायली व बढ़ापुर कस्बे के मुख्य मार्ग व स्थानीय निजी बस स्टैंड तक पैदल गश्त कर डॉग स्क्वायड व मेटल डिटेक्टर के साथ तलाशी अभियान चलाया। वनाधिकारियों ने स्थानीय बस स्टैंड पर बसों में यात्रियों और सीमावर्ती क्षेत्र में रहने वाले वन गुर्जरों के डेरों पर जाकर डॉग स्क्वायड व मेटल डिटेक्टर के सहारे डेरों की तलाशी ली।वनाधिकारियों के इस अन्तर्राज्यीय पैदल गश्त व तलाशी अभियान में उप प्रभागीय वनाधिकारी सोना नदी उप प्रभाग अनामिका बुक्करवाल, कालागढ़ टाइगर रिजर्व प्रभाग की वन रेंज पाखरौ व सोना नदी के वन क्षेत्राधिकारी विकास रावत, साहूवाला रेंज के वन क्षेत्राधिकारी राजेंद्र प्रसाद ध्यानी, बढ़ापुर रेंज के वन क्षेत्राधिकारी जितेंद्र कुमार एवं वन दरोगा हरीश कुमार, दीपक कुमार, रश्मि गुसाई, ज्योति रमोला, दीपचंद्र व इरफान हुसैन आदि शामिल रहें।