
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एक पूर्व विधायक अपने नए-नए कारनामों को लेकर आए दिन चर्चाओं में रहते हैं। लेकिन इस बार तो उन्होंने हद ही पार कर दी। वीआईपी मूवमेंट के दौरान उन्होंने कार्यक्रम स्थल पर ही एक महिला प्रशासनिक अधिकारी को आड़े हाथों ले लिया। बताया गया है कि पूर्व विधायक ने सबके सामने महिला अधिकारी को न सिर्फ खरी-खोटी सुनाई, बल्कि चेतावनी भरी लहजे में यहां तक का डाला कि मुझे इग्नोर करना भारी पड़ेगा, नौकरी करना भुला दूंगा।

हर इंसान का अपना आत्मसम्मान होता है। सार्वजनिक रूप से पूर्व विधायक के फटकार लगाने पर महिला अधिकारी इस अपमान को सहन न कर सकी और फफक-फफक कर रो पड़ी। प्रत्यक्षदर्शी बताते हैं कि महिला अधिकारी काफी देर तक गाड़ी में बैठकर रोती रही।

इस मामले को लेकर अधिकारियों व कर्मचारियों में पूर्व विधायक को लेकर अंदरूनी तौर पर नाराजगी बनी हुई है। जल्द ही एक प्रतिनिधिमंडल इस पूरे प्रकरण को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सिह धामी और मुख्य सचिव से मुलाकात करने की तैयारी में है।
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शनिवार को हरिद्वार में कई जगहों पर वीआईपी कार्यक्रम थे। कनखल क्षेत्र में एक महिला प्रशासनिक अधिकारी की डयूटी लगी थी। बताया गया है कि जैसे ही महिला प्रशासनिक अधिकारी कार्यक्रम स्थल पर पहुंची, उनके कार से उतरते ही सामने कई लोगों के साथ मौजूद एक पूर्व विधायक ने बेहद ही अभद्र रवैया अपनाते हुए महिला अधिकारी को अपने पास बुलाया।

इससे पहले कि महिला अधिकारी कुछ समझ पाती, पूर्व विधायक ने बरसना शुरू कर दिया। अपना राजनैतिक अनुभव गिनाते हुए चेतावनी तक दे डाली और कहा कि नौकरी को चंद वर्ष ही हुए है, मुझे इग्नोर कर रहे हो, दिक्कत बढ़ सकती है। महिला अधिकारी के प्रदेश को लेकर टिप्पणी की गई। पूर्व विधायक का यह अक्खड़ और जाहिलाना रवैया देखकर वहां मौजूद लोग दंग रह गए।

इधर सरेआम अभद्रता होने से महिला अधिकारी की आंखों से आंसु बहने लगे। वह सुबकते हुए बाहर जाकर अपनी गाड़ी में बैठ गई। मामला सत्ताधारी पार्टी के पूर्व विधायक से जुड़ा होने के चलते खुलकर 24 घंटे बाद भी कोई हो-हल्ला या हंगामा नहीं हुआ, लेकिन अंदरूरनी तौर पर अधिकारी कर्मचारी नाराज है।
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संपत्ति विवाद को बताया जा रहा मामला……

तहसील सूत्रों के अनुसार विधायक की झल्लाहट के पीछे संपत्ति से जुड़ा विवाद बताया जा रहा है, जिसे अपने पक्ष में कराने को लेकर पूर्व विधायक ने महिला अधिकारी पर पिछले कई दिन से दबाव बना रहे थे। पर महिला अधिकारी नियम विरूद्ध कार्य करने को लेकर तैयार नहीं थी। बताया जा रहा है कि प्रशासनिक अधिकारियों से लेकर कर्मचारी तक पूर्व विधायक के रवैये से नाखुश है। वे जल्द ही इस प्रकरण को लेकर अपनी नाराजगी जाहिर कर सकते है। लेकिन पूरे मामले को लेकर कई तरह की सवाल खड़े हो रहे हैं।