पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: बीते दिसंबर माह में सिडकुल क्षेत्र में हुई मोबाइल शोरूम में चोरी में भी आखिरकार पूर्वी चंपारण बिहार के कुख्यात गैंग का हाथ निकलकर सामने आया। पुलिस ने एक आरोपी को शाहजहांपुर से गिरफ्तार कर घटना का पर्दाफाश कर लिया। गैंग के बाकी सदस्यों की तलाश जारी है।
पड़ताल में सामने आया कि गिरफ्तार हुआ अशोक शर्मा निवासी लखीमपुर खीरी चोरी के मामले में रोशनबाद जेल में बंद था। वहीं पर उसकी दोस्ती बिहार के शातिर गैंग के सदस्यों से हुई और जमानत पर जेल से छूटकर उन्होंने मिलकर चोरी की घटना को अंजाम दिया था।
ये गैंग देश भर में घूम-घूमकर बड़े मोबाइल शोरूम को निशाना बनाता है और मोबाइल फोन को नेपाल जाकर बेचता है। एसओजी इंस्पेक्टर ऐश्वर्य पाल, सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी, एएनटीएफ उपनिरीक्षक रणजीत तोमर और विवेचक प्रकाश चंद की टीम को खुलासे के लिए एसएसपी प्रमेंद्र डोबाल ने शाबाशी दी है।
—————————————-
अपने जीजा के घर छिपा था आरोपी……
पिछले साल दिसंबर माह में क्षेत्र में अमित पुंडीर निवासी ब्रह्मपुरी रावली महदूद की दुकान का ताला तोड़कर बड़ी संख्या में अलग-अलग कंपनियों के मोबाइल फोन चोरी कर लिए गए थे। दुकानदार की शिकायत पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोबाल के निर्देश पर एसओजी निरीक्षक ऐश्वर्य पाल और सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी के नेतृत्व में पुलिस व एसओजी की सयुंक्त टीम चोरों की खोजबीन में जुटी थी। सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालने के बाद पुलिस ने मुखबिर तंत्र की मदद ली।
एक टीम ने शाहजहांपुर उत्तर प्रदेश में दबिश देकर अशोक शर्मा निवासी ग्राम बेदाखेड़ा थाना हैदराबाद जिला लखीमपुर खीरी उत्तर प्रदेश को गिरफ्तार कर लिया। वह अपने जीजा के घर छिपा हुआ था।
—————————————-
एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह ने बताया कि 2017 में ज्वालापुर कोतवाली क्षेेत्र के गोविंदपुरी में एप्पल मोबाइल शोरूम में लाखों की चोरी को अंजाम देने वाले पूर्वी चंपारण बिहार के गैंग ने ही इस घटना को भी अंजाम दिया था। घटना के बाद तत्कालीन ज्वालापुर कोतवाल अमरजीत सिंह व रेल चौकी प्रभारी रहे कैलाश बिष्ट की टीम काफी मशक्कत के बाद गैंग के सदस्यों को घोड़ासन, बिहार से गिरफ्तार कर लाई थी। उसके बाद से ही आरोपी रोशनाबाद में बंद थे। वहीं, गिरफ्तार हुआ आरोपी अशोक शर्मा रानीपुर कोतवाली क्षेत्र में एक घर में चोरी के मामले में रोशनाबाद जेल में था। सिडकुल थानाध्यक्ष मनोहर भंडारी ने बताया कि जेल में ही उनके बीच दोस्ती हुई थी।
अशोक शर्मा पहले जमानत पर रिहा हो गया था और लखीमपुर खीरी से तारीख पर हरिद्वार आने के दौरान रोशनाबाद जेल में उनसे मिलने भी जाता था। बिहार के आरोपित जमानत पर रिहा हुए तो आरोपियों ने मिलकर दिसंबर माह में चोरी की घटना को अंजाम दिया।
—————————————-
गैंग में शामिल अधिकांश सदस्य एक ही गांव घोड़ासन के रहने वाले हैं। गिरफ्तार अशोक शर्मा के खिलाफ रानीपुर कोतवाली में चोरी से लेकर लखीमपुर खीरी में लूट, डकैती, गैंगेस्टर, हत्या के प्रयास जैसे गंभीर मामलों में 16 मुकदमें दर्ज हैं। अन्य आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
पुलिस टीम में एसओजी प्रभारी ऐश्वर्यपाल, एसओ सिडकुल मनोहर सिंह भंडारी, एएनटीएफ में तैनात उपनिरीक्षक रंजीत तोमर, उपनिरीक्षक प्रकाश चंद, उपनिरीक्षक इंद्र सिंह, कांस्टेबल गजेंद्र, नरेंद्र सिंह, उमेश कुमार, वसीम और कांस्टेबल त्रिभुवन शामिल रहे।