
पंच👊नामा
रुड़की: ईद मिलादुन्नबी के पावन अवसर पर अंजुमन गुलामाने मुस्तफा सोसाइटी (रुड़की चैप्टर) द्वारा आयोजित ‘जश्न-ए-ख़ैरुल वरा’ का दूसरा दिन मानवीय सेवा के नाम रहा। गुरुवार को शहर के प्रमुख अस्पतालों में फल वितरण कार्यक्रम का आयोजन कर मरीज़ों और उनके तीमारदारों को राहत व ताजगी का अहसास कराया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत सिविल अस्पताल से हुई, जहां भर्ती मरीज़ों को ताजे फल वितरित किए गए। इसके बाद अज़ाद नगर चौक पर स्थित चार अन्य अस्पतालों में भी अंजुमन के सदस्यों ने फल बांटे। इस अवसर पर मरीजों और उनके परिजनों ने अंजुमन के इस कदम का स्वागत किया।
अंजुमन के संयोजक अमजद उस्मानी ने कहा कि “हमारा उद्देश्य केवल धार्मिक जश्न तक सीमित नहीं है, बल्कि समाज के कमजोर तबकों की मदद करना भी है। मरीज़ों को फल वितरित कर हम उन्हें शारीरिक और मानसिक मजबूती देने का प्रयास कर रहे हैं।”
फल वितरण कार्यक्रम में प्रमुख समाजसेवी शहज़ाद अहमद, गुड्डू साबरी, ज़ुल्फ़िकार अहमद, आदिल गौड़, नसीम मलिक, शाहिद नूर, रिज़वान अली, मुहम्मद फरमान, विक्रांत कश्यप, रामपाल सिंह, देवेन्द्र वर्मा, रफ़ी सलमानी, गौरव बंसल, सुहैल खान, मेहरबान अली और आरिफ नियाज़ी सहित अनेक लोग मौजूद रहे। इनकी उपस्थिति ने आयोजन को और भी गरिमामयी बना दिया।
अंजुमन के जनरल सेक्रेटरी कुंवर शाहिद ने कहा कि “ईद मिलादुन्नबी का यह जश्न केवल धार्मिक आयोजन नहीं, बल्कि समाज के प्रति हमारी जिम्मेदारी निभाने का माध्यम है। फल वितरण के जरिए हम इंसानियत और एकता का संदेश देना चाहते हैं।
अंजुमन के कोषाध्यक्ष अमजद मालिक ने बताया कि “फल वितरण महज़ एक परंपरा नहीं, बल्कि इसमें मानवता और सेवा का संदेश छिपा है। वालंटियर्स ने सीरत-ए-नबी ﷺ के अनुसार सेवा को अपना कर्तव्य मानकर इसे निभाया है।



