एस.एम.जे.एन पी.जी. कॉलेज में गरबा महोत्सव: युवाओं और वरिष्ठजनों का संगम..
वरिष्ठ'जन ही परिवार व संस्कृति का स्तंभ: प्रो. बत्रा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एस.एम.जे.एन पी.जी. कॉलेज, हरिद्वार में आयोजित “गरबा के रंग, डांडिया के संग” कार्यक्रम में युवा और वरिष्ठजनों ने मिलकर त्योहार का आनंद उठाया। इस कार्यक्रम का आयोजन कॉलेज के आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (IQAC) और यूको बैंक गोविंदपुरी के संयुक्त तत्वावधान में किया गया। गरबा और डांडिया प्रतियोगिता के माध्यम से छात्रों ने भारतीय सांस्कृतिक धरोहर का उत्सव मनाया।इस गरबा महोत्सव में विभिन्न टीमों ने अपने उत्कृष्ट नृत्य प्रस्तुत किए। जिसमे प्रथम स्थान टीम स्टार (अंशिका, इशिका, आयुषी, विभि) द्वितीय स्थान टीम क्लासिक (वृंदा, देविका, शगुन, खुशी) व तृतीय स्थान टीम मेपल (अलिस्बा, ललिता, चमन, प्रांजल) को प्राप्त हुए।
————————————-
निर्णायक मंडल और सम्मान…..गरबा और डांडिया प्रतियोगिता के निर्णायक मंडल में शामिल थे डॉ. अमित मल्होत्रा, श्रीमती रुचिता सक्सेना, डॉ. रजनी सिंघल, डॉ. रेनू सिंह, डॉ. पूर्णिमा सुंदरियाल, डॉ. वंदना सिंह, डॉ. पुनीता शर्मा और डॉ. पद्मावती तनेजा। सभी विजेताओं को कॉलेज की प्राचार्य एवं मुख्य अतिथि श्रीमती कमला कालरा द्वारा पुरस्कार प्रदान किए गए।
————————————-
मुख्य अतिथि के विचार….मुख्य अतिथि कमला कालरा, जो विशेष रूप से मुंबई से इस कार्यक्रम में शामिल होने आई थीं, उन्होंने अपने संबोधन में युवाओं की भूमिका की प्रशंसा की। उन्होंने कहा, “त्योहारों पर दिखने वाली ये चमक आप जैसे चमकते दीयों से ही रोशन होती है।”
————————————-
वरिष्ठजनों का योगदान….कार्यक्रम में वरिष्ठ नागरिकों ने भी अपनी उपस्थिति से कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई। इनमें से प्रमुख थे श्री होशियार सिंह और अश्वनी कुमार जगता, जिन्होंने गरबा डांडिया की संध्या का आनंद उठाया। महाविद्यालय के प्राचार्य प्रो. सुनील कुमार बत्रा ने अपने संबोधन में कहा, “वरिष्ठजन हमारी संस्कृति और संस्कार के मजबूत स्तंभ हैं। उनका अनुभव और आशीर्वाद हमें हमारी परंपराओं से जोड़े रखता है।”
————————————-
वरिष्ठजनों का सम्मान….आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ के समन्वयक डॉ. संजय माहेश्वरी ने वरिष्ठजनों का सम्मान करते हुए कार्यक्रम में उनकी उपस्थिति के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही, मंच पर युवाओं और वरिष्ठजनों के बीच अद्भुत संवाद की झलक दिखी, जिसने इस कार्यक्रम को और खास बना दिया।
————————————-
सांस्कृतिक कार्यक्रम…..
प्रतियोगिता के बाद महाविद्यालय के सभी प्राध्यापकों ने भी गरबा की ताल पर डांडिया किया। विशेष रूप से डॉ. अमिता मल्होत्रा, चारु, और इशिका द्वारा प्रस्तुत गीतों और भजनों ने माहौल को और भी उल्लासपूर्ण बना दिया।इस गरबा महोत्सव में प्रो. तेजवीर सिंह तोमर, डॉ. मनमोहन गुप्ता, डॉ. नलिनी जैन, प्रो. विनय थपलियाल, प्रो. जे.सी. आर्य, डॉ. शिवकुमार चौहान, डॉ. एम.के. सोही, डॉ. विनीता चौहान, वैभव बत्रा, श्री विनीत सक्सेना, श्री यादवेंद्र सिंह समेत अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन प्रशिक्षु गौरव बंसल और अर्शिका द्वारा किया गया, जिनकी प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इस गरबा महोत्सव ने कॉलेज परिसर में न केवल उमंग और उल्लास का माहौल बनाया, बल्कि भारतीय संस्कृति और परंपराओं को जीवित रखने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।