
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: अपराध की दुनिया में नाम कमाने की सनक ने पथरी निवासी गौरव कुमार को मिर्जापुर का कालीन भैया बनने का ख्वाब दिखाया। गले पर ‘315’ और बुलेट साइन का टैटू बनवाकर वह खुद को गैंगस्टर साबित करने में जुटा था। लेकिन हरिद्वार पुलिस की पैनी नजर और एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल के कड़े निर्देशों ने उसकी यह फिल्मी कहानी खत्म कर दी।सिडकुल कोतवाली प्रभारी नितेश शर्मा के नेतृत्व में एसएसआई देवेंद्र तोमर की पुलिस टीम ने गुरुवार देर रात चेकिंग के दौरान गौरव और उसके साथी अनिकेत पुत्र धीर सिंह, दोनों निवासी रायपुर दरेड़ा, थाना पथरी, को दो अवैध तमंचों और दो जिंदा कारतूसों के साथ गिरफ्तार कर लिया। दोनों युवक सिडकुल क्षेत्र में असलहा सप्लाई चैन तैयार करने की कोशिश में थे।
पुलिस पूछताछ में गौरव ने बताया कि उसने ये तमंचे भोगपुर निवासी गगन नामक व्यक्ति से खरीदे थे और आगे बेचकर इलाके में अपनी “धाक” जमाने की योजना बना रहा था। गौरव की सोशल मीडिया प्रोफाइल पर भी हथियारों के साथ कई फोटो और वीडियो मिले हैं, जिनकी पुलिस पड़ताल कर रही है।
एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने बताया कि जनपद में अवैध हथियारों का कारोबार करने वालों के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। किसी भी कीमत पर ऐसे लोगों को बख्शा नहीं जाएगा जो अपराध की जमीन तैयार कर रहे हैं। पुलिस टीम में वरिष्ठ उप निरीक्षक देवेंद्र तोमर, उप निरीक्षक अनिल बिष्ट और हेड कांस्टेबल विवेक यादव शामिल रहे।
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बरामदगी…..
दो अदद अवैध तमंचे (315 बोर)
दो जिंदा कारतूसकोतवाली प्रभारी नितेश शर्मा ने कहा कि दोनों आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर उन्हें न्यायालय के समक्ष पेश किया गया है। उन्होंने कहा कि ऐसे “फिल्मी गैंगस्टरों” की धरपकड़ आगे भी जारी रहेगी।