सरकारी भूमि पर कब्जा, विरोध करने वालों पर दर्ज करा दिया झूठा मुकदमा..
पटवारी की भूमिका पर भी उठ रहे सवाल,, जागरूक ग्रामीणों ने खटखटाया कोर्ट का दरवाजा..
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा कर निर्माण करने का विरोध करने वालों पर झूठा मुकदमा दर्ज कराने का मामला सामने आया है। चौंकाने वाली बात यह है कि कई ऐसे लोगों को भी मुकदमे में नामजद करा दिया गया जो मौके पर मौजूद ही नहीं थे। वहीं, पुलिस के साथ-साथ इस पूरे मामले में पटवारी की भूमिका पर भी सवाल खड़े हो रहे हैं। जागरूक ग्रामीणों ने अब न सिर्फ कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है, बल्कि जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से भी पूरे मामले की शिकायत करते हुए भू माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
सलेमपुर गांव निवासी राव काशिफ, अब्दुल हफीज, राव नदीम और गुलशेर आदि के मुताबिक खसरा नंबर 2366 सलेमपुर 2 की भूमि, जिसमें लगभग ढाई बिघा जमीन हाजी लतीफ के नाम है। जिस पर वह काबिज चले आते हैं। लेकिन ग्राम इस खसरे के दक्षिण दिशा में मौके पर जमीन बढ़ी हुई है व सजरे की वर्तमान आकृति में भी बढ़ी हुई है। जिसके पूरब की दिशा में कालोनी कटी हुई है व पानी के टैंक बनाने की फैक्ट्री लगी है। जिस पर जाने का एक मात्र रास्ता इसी बढी हुई भूमि से जाता है। आरोप लगाया कि गांव निवासी इमरान पुत्र जरीफ आदि लोग गैंग बनाकर इस भूमि को रास्ते में मोटी रकम लेकर बेचने के फिराक में है। कुछ भूमि पर अवैध रूप निर्माण कर रहे हैं। जब इसकी शिकायत 2019 मे उपजिलाधिकारी से करते हुए भूमि को ग्राम हित में छोडे जाने की मांग की तो निमार्ण रोक दिया गया। लेकिन 2021 मे ग्राम पंचायत का कार्यकाल पूरा होने पर निर्माण फिर से शुरू कर दिया गया। जिसपर शिकायत सीएम पोर्टल पर भी की गई। जिसमें उपराजस्व निरीक्षक ने अपनी आख्या मे इन लोगों का पुराना कब्जा होने की बात कही और शिकायत को निराधार बताया गया। फिर से उच्च अधिकारियों से इस मामले की जांच की मांग की गई। लेकिन की शिकायत पर अभी कोई कार्रवाई नहीं हुई हमे इस अवैध रूप से निर्माण व कब्जे की मांग करने से रोकने के लिए आवाज उठाने के वालों पर झूठा मुकदमा दर्ज करा दिया गया। जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक से पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कर कार्रवाई की मांग की गई है।