मेहंदी रचे हाथ: स्वरोजगार और स्वावलंबन की दिशा में बढ़ा हरिद्वार का एसएमजेएन पीजी कॉलेज..
छात्राओं ने मेहंदी डिजाइन से दिया नशा मुक्त भारत, गौरैया संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ का संदेश..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: एसएमजेएन पीजी कॉलेज में गुरुवार को आंतरिक गुणवत्ता आश्वासन प्रकोष्ठ (आईक्यूएसी) के तत्वावधान में ‘मेहंदी रचे हाथ (अर्न विद लर्न)’ कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य छात्राओं में रचनात्मकता, कौशल विकास और स्वरोजगार की भावना को प्रोत्साहित करना रहा।कार्यक्रम में महाविद्यालय की छात्राओं ने नशा मुक्त भारत, गौरैया संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण, बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ, भारतीय सांस्कृतिक परंपरा जैसे सामाजिक विषयों पर मनमोहक मेहंदी डिजाइनों के माध्यम से अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
मुख्य अतिथि सुषमा लता बत्रा ने छात्राओं की रचनात्मकता की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार के आयोजनों से युवाओं में न केवल आत्मविश्वास और रचनात्मक सोच का विकास होता है, बल्कि यह उन्हें आत्मनिर्भर बनने की दिशा में भी प्रेरित करता है। उन्होंने कहा कि “आज प्रकृति और संस्कृति दोनों का संरक्षण समान रूप से आवश्यक है। मेहंदी के विषयों में यह भाव स्पष्ट झलकता है।”
सुषम लता बत्रा ने बताया कि एसएमजेएन कॉलेज निरंतर ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से युवाओं को स्वरोजगार और स्वावलंबन की दिशा में आगे बढ़ाने का कार्य कर रहा है। उन्होंने कहा कि ‘अर्न विद लर्न’ की यह पहल छात्राओं को शिक्षा के साथ-साथ आर्थिक रूप से सशक्त बनाने की ओर एक सार्थक कदम है।
कार्यक्रम में लक्ष्मी, रवीना, रीता, प्रतीक्षा, मयूरी वत्स, सोनाली, सोनम, अदिति, साक्षी गोयल, हीना, वैभवी भारद्वाज, ज्योति शर्मा, खुशी सहित अनेक छात्राओं ने अपनी कला से उपस्थित जनसमूह को प्रभावित किया।
इस अवसर पर कॉलेज की प्राध्यापिकाएं डॉ. मीनाक्षी शर्मा, डॉ. पल्लवी राणा, डॉ. लता शर्मा, डॉ. आशा शर्मा, डॉ. मोना शर्मा, डॉ. रेनू सिंह, डॉ. सरोज शर्मा, डॉ. पूर्णिमा सुन्दरियाल, डॉ. पुनीता शर्मा, रुचिका सक्सेना सहित बड़ी संख्या में छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे। कार्यक्रम के अंत में कॉलेज प्रशासन ने प्रतिभागी छात्राओं को प्रमाणपत्र प्रदान कर उनका उत्साहवर्धन किया।