हरक व काऊ “कांग्रेस में, या प्रीतम और ब्रह्मवरूप भाजपा में…..
: देहरादून में हुई एक “गुप्त मुलाकात से फिर शुरू हुई चर्चाएं…
पंच👊नामा ब्यूरो
देहरादून: कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य की कांग्रेस में घर वापसी के बाद मंगलवार को देहरादून में कैबिनेट मंत्री डॉ हरक सिंह रावत, भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व हरिद्वार के कांग्रेसी संत ब्रह्मस्वरूप ब्रह्मचारी की गुप्त मुलाकात ने नई चर्चाओं को जन्म दे दिया है। हरक सिंह रावत के निजी आवास पर बताई जा रही इस मुलाकात के कुछ देर बाद ही कुछ फोटो और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गई हैं। हालांकि, इस गुप्त बैठक का उद्देश्य क्या था, अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है।
लेकिन राजनीतिक गलियारों में इसके दो ही निहितार्थ निकाले जा रहे हैं। पहला यह कि हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस में जा रहे हैं, या फिर दूसरा यह कि प्रीतम सिंह व ब्रह्मस्वरुप ब्रहमचारी भाजपा में जाएंगे।
10 दिन पहले ही कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य ने अपने बेटे संजीव आर्य के साथ दिल्ली जाकर कांग्रेस में घर वापसी की है। इस घटनाक्रम से पहले और बाद में डॉ हरक सिंह रावत और भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ को लेकर भी कई तरह की चर्चाएं चली आ रही है। तीन दिन पहले हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ उसी फ्लाइट से दिल्ली गए थे, जिसमें नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह सवार थे। हालांकि बाद में हरक सिंह रावत ने इसे महज इत्तफाक बताया और साफ किया था कि उन्हें भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने बुलाया है। साथ ही भाजपा नेताओं ने भी यह दावा किया था कि जल्द ही हरक सिंह रावत को उत्तराखंड में संगठन की नई जिम्मेदारी मिल सकती है। अलबत्ता इन तमाम चर्चाओं और दावों के बीच मंगलवार को देहरादून में एक गुप्त मुलाकात में नहीं हलचल पैदा कर दी है। “पंच 👊 नामा… इन फोटो और वीडियो को लेकर किसी तरह का कोई दावा नहीं करता है। मगर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही तस्वीरों और वीडियो पर गौर करें तो एक कमरे में कैबिनेट मंत्री हरक सिंह रावत भाजपा विधायक उमेश शर्मा काऊ और विधानसभा में कांग्रेस के नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह व हरिद्वार से कांग्रेस के बड़े संत नेता ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी नजर आ रहे हैं। चारों नेता बड़े खुशगवार माहौल में एक दूसरे का स्वागत कर रहे हैं और चर्चा के लिए बैठ जाते हैं। सवाल यह है कि अगर यह गुप्त मुलाकात थी तो वीडियो और फोटो किसने और किस उद्देश्य से वायरल की है। दूसरा बड़ा सवाल यह है कि इस बैठक का मकसद क्या था। क्या भाजपा-कांग्रेस में आवाजाही को लेकर फिर कोई नया धमाका होने जा रहा है। सवाल यह भी है कि क्या हरक सिंह रावत और उमेश शर्मा काऊ कांग्रेस में वापसी करने जा रहे हैं या फिर प्रीतम सिंह और ब्रह्म स्वरूप भाजपा में शामिल होने की तैयारी में है। दोनों ही संगठन के आला नेता इस बारे में अभी कुछ भी खुलकर बोलने से बच रहे हैं। देखना यह होगा कि चारों नेताओं का यह “गुप्त मिलन प्रदेश की राजनीति में क्या गुल खिलाएगा।