पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: जिला कारागार से कुख्यात प्रवीण वाल्मीकी गैंग का गुर्गा और एक अन्य विचाराधीन बंदी के फरार होने के बाद पुलिस प्रशासन ने कड़ा रुख इख्तियार किया है। एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने मामले को गंभीरता से लेते हुए एसआईटी (विशेष जांच टीम) का गठन किया है। टीम की लीडरशिप एएसपी सदर जितेंद्र मेहरा को सौंपी गई है, जबकि एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह पूरे मामले का पर्यवेक्षण करेंगे। फरार कैदियों की जल्द गिरफ्तारी के लिए 10 पुलिस टीमें बनाई गई हैं, जो अलग-अलग टास्क पर कार करेगी और फरार कैदियों को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे लाएगी। हरिद्वार जिला कारागार से शुक्रवार देर शाम रामलीला के दौरान कुख्यात प्रवीण वाल्मीकी गैंग का गुर्गा पंकज और एक अन्य विचाराधीन बंदी रामकुमार के फरार होने की घटना ने प्रशासन में हड़कंप मचा दिया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल ने जिला अधिकारी के साथ जेल का दौरा किया और घटना के संबंध में जेल प्रशासन से विस्तृत जानकारी ली।प्रकरण में देर रात एसएसपी प्रमेन्द्र डोबाल ने अपने कैंप कार्यालय में पुलिस अधिकारियों की एक आपात बैठक बुलाई, जिसमें जिलेभर से पुलिस अधिकारियों ने हिस्सा लिया। कुछ अधिकारियों ने ऑनलाइन प्रतिभाग किया। बैठक में फरार कैदियों को जल्द-से-जल्द गिरफ्तार करने के लिए एक विशेष जांच टीम (एसआईटी) का गठन किया गया। जिसकी कमान एएसपी सदर जितेंद्र मेहरा को सौंपी गई है। साथ ही, पुलिस कप्तान ने पुलिस की 10 टीमें बनाकर उन्हें अलग-अलग जिम्मेदारियां दीं, ताकि फरार कैदियों को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
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इस घटना को चैलेंज के रूप में लिया…..बैठक के दौरान एसएसपी डोबाल ने स्पष्ट किया कि फरार कैदियों को पकड़ना पुलिस के लिए एक चुनौती है, जिसे वह जल्द ही सुलझा लेंगे। उन्होंने कहा, “हमने इसको एक चैलेंज के रूप में लिया है, जल्दी ही वर्कआउट करेंगे।” उन्होंने पुलिस अधिकारियों को निर्देश दिए कि इस मामले में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और जल्द से जल्द परिणाम देने की अपेक्षा की जा रही है।
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फरार कैदी पंकज की पहचान और आपराधिक इतिहास……
पंकज पुत्र मगनलाल, निवासी गोलभट्टा रुड़की, आजीवन कारावास की सजा काट रहा था। उसे धारा 302 आईपीसी के तहत सजा सुनाई गई थी, जिसमें 50,000 रुपये का जुर्माना न अदा करने पर 6 महीने की अतिरिक्त सजा का प्रावधान था। पुलिस के अनुसार, पंकज प्रवीण वाल्मीकी गैंग का सक्रिय सदस्य है और उसके रुड़की क्षेत्र में कई दुश्मन हो सकते हैं। इसलिए देहात क्षेत्र की पूरी पुलिस को अलर्ट मोड पर रखा गया है। उसके पुराने मामलों, गवाहों और मुकदमों की भी समीक्षा की जा रही है, ताकि संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा सके।
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विचाराधीन बंदी रामकुमार की तलाश भी जारी…….
फरार होने वाले दूसरे बंदी रामकुमार पुत्र रक्षा राम चौहान, निवासी ग्राम उज्जारी ढिबा, थाना धौनीपुर, गोंडा (उत्तर प्रदेश) की भी पुलिस टीमें तलाश कर रही हैं। इस प्रकरण में सिडकुल थाने में मामला दर्ज है और पुलिस की टीमें तेजी से रामकुमार के संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही हैं।
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पुलिस की टीमें और बैठक में शामिल अधिकारी….एसआईटी टीम की लीडरशिप एएसपी सदर जितेंद्र मेहरा कर रहे हैं, जबकि पूरे मामले की निगरानी एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को सौंपी गई है। इस बैठक में एसपी क्राइम पंकज गैरोला, सीओ रुड़की नरेंद्र पंत, थानाध्यक्ष गंगनहर, प्रभारी सीआईयू हरिद्वार, और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारी भी मौजूद थे। वहीं, एसपी देहात स्वप्न किशोर सिंह और सीओ मंगलौर विवेक कुमार सहित कई अन्य अधिकारियों ने ऑनलाइन बैठक में भाग लिया।
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सघन चेकिंग अभियान…..
फरार कैदियों की गिरफ्तारी के लिए हरिद्वार पुलिस द्वारा सघन तलाशी अभियान जारी है। सभी टीमें सतर्क हैं और जल्द ही फरार कैदियों को पकड़ने की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। जिलेभर में नाकाबंदी कर सघन चेकिंग अभियान चलाया जा रहा है।