Haridwar: कांवड़ यात्रा में बहादुरी की मिसाल बने राहतकर्मी, डूबते यात्रियों को बचा कर पेश की मानवता की मिसाल..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: श्रावण मास की पावन कांवड़ यात्रा अपने अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। हरिद्वार में लाखों की संख्या में श्रद्धालु गंगाजल लेने के लिए उमड़ रहे हैं। इस बीच, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर पुलिस प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ मुस्तैद है। गंगा घाटों पर किसी भी संभावित दुर्घटना से निपटने के लिए आपदा राहत दल दिन-रात सक्रिय भूमिका निभा रहा है।इसी क्रम में रविवार को 40वीं वाहिनी पीएसी की आपदा राहत टीम ने अपनी त्वरित व साहसिक कार्रवाई से अलग-अलग घाटों पर डूब रहे श्रद्धालुओं को मौत के मुंह से खींच निकाला। टीम की सतर्कता और कार्यशैली की स्थानीय लोगों और श्रद्धालुओं ने मुक्तकंठ से सराहना की।
—————————————
शिव घाट और शिव पुल से हुए रेस्क्यू ऑपरेशन….सुबह करीब 9:30 बजे से 10:50 बजे के बीच चार अलग-अलग मामलों में डूबते हुए कांवड़ियों को टीम ने सकुशल बाहर निकाला। रेस्क्यू किए गए श्रद्धालु जयभगवान, पुत्र श्री खजान सिंह निवासी भेखम कॉलोनी, डिगांव, बल्लभगढ़ (हरियाणा) सुमित चौधरी, पुत्र प्रमोद कुमार निवासी अमीनगर, थाना चादरू, जिला बुलंदशहर,
दीपक कुमार, पुत्र हरीश चंद्र निवासी नोएडा सेक्टर-63, गौतम बुद्ध नगर (उ.प्र.) व यस भाटी, पुत्र रंजीत सिंह भाटी निवासी B-44, बदरपुर, नई दिल्ली शामिल हैं। इन सभी श्रद्धालुओं को गंगा स्नान के दौरान तेज बहाव में बहते देख राहतकर्मियों ने बिना देर किए तुरंत एक्शन लेते हुए उन्हें सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
—————————————
इस साहसिक रेस्क्यू ऑपरेशन में शामिल रहे….
अपर पीसी मनेंद्र कुमार
हे. कां. रवि वालिया
हे. कां. रुस्तम कुमार
हे. कां. अनिल पाल
कां. राकेश कंडियाल
—————————————
विष्णु घाट पर भी हुआ एक और रेस्क्यू ऑपरेशन…..इसी दिन, करीब 10:00 बजे, हरियाणा निवासी सुनील कुमार, पुत्र गजराज सिंह, गंगा स्नान करते समय विष्णु घाट पर तेज बहाव में फंस गया। समय रहते राहतकर्मियों ने मोर्चा संभालते हुए यात्री को सुरक्षित बाहर निकाला। रेस्क्यू टीम में हेडकांस्टेबल अजय कवि कां. विनोद बिष्ट व कां. जयवीर सिंह शामिल रहे।