
पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पथरी क्षेत्र के बहादरपुर जट गांव में खूनी संघर्ष एक युवक की मौत का मामला तूल पकड़ गया। भीम आर्मी कार्यकर्ताओं ने पहले जिला अस्पताल में हंगामा किया। पोस्टमार्टम के बाद गांव लाए गए शव को ग्रामीणों ने तिराहे पर रखकर विरोध जताया। तनाव को देखते हुए जिले भर की पुलिस जट बहादरपुर बुलाई गई है।
एसपी क्राइम जितेंद्र मेहरा, एसपी सिटी पंकज गैरोला और एसपी देहात शेखर सुयाल समेत आला अधिकारी भी गांव में मौजूद हैं। दूसरी तरफ गांव के रविदास मंदिर में शव रखकर पंचायत की जा रही है।
ग्रामीणों की मांग है कि सभी आरोपियों को गिरफ्तार किया जाए। इसके साथ ही ग्रामीण ग्राम प्रधान राजेश वर्मा की भूमिका पर भी सवाल उठाते हुए कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।
रविवार रात एक्कड़ रेलवे फाटक के पास जतिन और पूर्व प्रधान विकास पक्ष के राजन आदि का आमना-सामना हो गया और दोनों ओर से कई राउंड फायरिंग हुई।
जिसमें राजन और जतिन चौधरी गोली लगने से घायल हुए थे। अस्पताल ले जाने पर राजन को मृत घोषित कर दिया, जबकि जतिन चौधरी को उसके परिजन मेरठ लेकर रवाना हो गए थे।
हरकत में आई पुलिस ने जतिन को मेरठ जाने से पहले नारसन बॉर्डर पर रोक लिया और एम्स ऋषिकेश रवाना किया। फिलहाल पुलिस हिरासत में जतिन का उपचार चल रहा है।
इधर पोस्टमार्टम के दौरान राजन के स्वजन और ग्रामीणों के अलावा भीम आर्मी कार्यकर्ता भी जिला अस्पताल पहुंचे और कार्रवाई की मांग को लेकर हंगामा किया।
एसपी सिटी पंकज गैरोला ने उन्हें समझा बुझाकर शांत कराया। इसके बाद शव गांव पहुंचने पर ग्रामीण इकट्ठा हो गए और तिराहे पर रखकर प्रदर्शन करते हुए आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग की।
गांव के गुरु रविदास मंदिर में भीम आर्मी प्रदेश अध्यक्ष महक सिंह, समेत कार्यकर्ताओं और ग्रामीणों की भारी भीड़ जमा है। आरोपियों के साथ ही ग्राम प्रधान राजेश वर्मा पर उन्हें संरक्षण देने का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की जा रही है।
ग्रामीणों का कहना है कि आरोपियों की गिरफ्तारी होने तक शव का अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा।