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“पत्रकारिता को अंतिम सांस तक जिया: हरिद्वार ग्रामीण के सक्रिय पत्रकार नितिन गुड्डू नहीं रहे..

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पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: पत्रकारिता को केवल पेशा नहीं, बल्कि एक समर्पित जीवनशैली मानने वाले हरिद्वार ग्रामीण क्षेत्र के वरिष्ठ और सक्रिय पत्रकार नितिन गुड्डू अब इस दुनिया में नहीं रहे। बुधवार देर रात उनके असामयिक निधन की खबर से क्षेत्रीय पत्रकारिता जगत में शोक की लहर दौड़ गई।दुखद पहलू यह है कि मृत्यु से चंद घंटे पहले तक नितिन व्हाट्सएप पर न सिर्फ संवाद कर रहे थे, बल्कि खबरें भी साझा कर रहे थे। बुधवार दोपहर उन्होंने स्वयं अस्पताल में भर्ती होने की जानकारी व्हाट्सएप पर एक तस्वीर भेजकर दी थी। जब एक सहयोगी वरिष्ठ पत्रकार ने उन्हें कॉल किया, तो वह रिसीव नहीं हुआ। बाद में उन्होंने कुछ खबरें भेजीं और जब तबीयत को लेकर दोबारा पूछा गया तो उन्होंने केवल इतना ही कहा कि “अब ठीक हूं”, लेकिन किसी खतरे का अंदेशा नहीं दिया। शाम 5:45 बजे तक उन्होंने कई खबरें साझा कीं। और फिर रात करीब 10:00 बजे हिंदुस्तान अखबार से जुड़े पत्रकार शमशेर ने उनके निधन की सूचना पत्रकार साथियों को दी, जिसने सभी को स्तब्ध कर दिया।
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🕯️ पैतृक गांव में होगा अंतिम संस्कार….परिजनों से मिली जानकारी के अनुसार, शनिवार दोपहर करीब 12 बजे, नितिन का अंतिम संस्कार पैतृक गांव तेलीवाला, धनौरी (हरिद्वार) में किया जाएगा। अंतिम विदाई में शामिल होने के लिए पत्रकार और शुभचिंतकों से अपील की गई है।
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🗞️ पत्रकारिता का जज्बा, जो आख़िरी सांस तक कायम रहा….नितिन गुड्डू ने अमर उजाला, दैनिक जागरण जैसे प्रतिष्ठित समाचार पत्रों में सेवाएं दीं। बीते कुछ वर्षों से वह डिजिटल मीडिया में भी बेहद सक्रिय थे और उत्तराखंड के लोकप्रिय न्यूज़ पोर्टल ‘पंच👊नामा’ से भी जुड़े थे। उनकी रिपोर्टिंग की शैली, ज़मीनी पकड़ और हर घटना पर बारीकी से नजर रखने की आदत उन्हें अलग पहचान दिलाती थी। अस्पताल में भर्ती होने के बावजूद उनका रिपोर्टिंग के प्रति समर्पण यही दर्शाता है कि पत्रकारिता उनके लिए केवल काम नहीं, बल्कि जुनून था।
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🙏 पंचनामा की ओर से श्रद्धांजलि…..नितिन गुड्डू के निधन पर पंचनामा परिवार भी गहरा शोक व्यक्त करता है। एक समर्पित, कर्मठ और मिलनसार साथी का इस तरह जाना अपूरणीय क्षति है। उनका पत्रकारिता से जुड़ा योगदान, विशेषकर ग्रामीण क्षेत्रों की समस्याओं को उठाने में निभाई गई भूमिका, हमेशा याद रखी जाएगी।
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“कलम की मशाल थामे रखने वाले हाथ अब नहीं रहे, लेकिन उनके शब्द, उनके सवाल और उनकी सच्चाई के प्रति प्रतिबद्धता हमेशा हमारे साथ रहेगी।”
💐 अश्रुपूरित श्रद्धांजलि।
नमन उस पत्रकार को, जिसने खबरों के साथ जीवन जिया।

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