
पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: देश का भविष्य और राजनीति का रुख तय करने वाली युवा पीढ़ी नशे की लत में पड़कर अपना भविष्य बर्बाद कर रही है, जिसको पढ़ लिखकर अपना और समाज का नाम रोशन करना था वो नशे की लत पूरी करने के लिए अपराधिक गतिविधियों में लिप्त हो रहे है। ऐसे युवाओं और नशे के धंधेबाजों के खिलाफ प्रदेशभर में अभियान चलाया जा रहा है। लगातार नशे के धंधेबाज पुलिस की गिरफ्त में आकर सलाखों के पीछे धकेले जा रहे है, लेकिन इस समस्या का समाधान खुद समाज है, जबतक लोग जागरूक नही होंगे ये बुराई बढ़ती रहेगी।

एक ऐसा ही युवा जिसने बीसीए की पढ़ाई तो की लेकिन नशे के लत ने उसे चोर बना दिया बल्कि इतना ही नही खुद के परिवार ने भी उसे घर से निकाल दिया। ये पूरी कहानी उस समय निकलकर सामने आई जब दून पुलिस ने चोरी की बाइक के साथ एक आरोपी को गिरफ्तार किया।पूछताछ में पता चला कि उसने बीसीए की पढ़ाई की हुई है लेकिन पिछले कुछ सालों से वह नशे की लत में ऐसा उलझा की घर वालो ने उससे नाता तोड़ लिया और घर से बाहर निकाल दिया। लत पूरी करने के लिए पहले छोटी-मोटी चोरियां की उसके बाद बाइक चोर बन गया। पुलिस ने आरोपी के कब्जे से चोरी के छह दुपहिया वाहन बरामद किए है। जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया।

पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया थाना रायपुर निवासी आत्माराम पुत्र वंशगोपाल ने ई-एफआईआर के माध्यम से अपनी मोटरसाइकिल चोरी होने के संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। वाहन चोरी पर लगाम लगाने के लिए थानाध्यक्ष रायपुर कुंदन राम को आवश्यक दिशानिर्देश दिए गए, जिसके बाद थाना स्तर पर दो पुलिस टीमो का गठन किया गया।

पुलिस टीमों ने सीसीटीवी कैमरों को खंगालने के साथ-साथ मुखबिर मामूर किए, जिसके फलस्वरूप पुलिस टीम ने शांतिविहार रायपुर के पास से चोरी की मोटरसाइकिल के साथ आरोपी सूरज सिंह पुत्र शिवचरण निवासी शांति विहार रायपुर को गिरफ्तार किया। पूछताछ में अन्य चोरी की घटनाओं का भी खुलासा हुआ। आरोपी की निशानदेही पर चोरी की 5 अन्य मोटरसाइकिले और बरामद की गई, जिनमे से एक मोटरसाइकिल बालावाली चौकी में लावारिस में दाखिल है। पूछताछ करने पर पता चला कि आरोपी नशे का आदि है और नशे की लत पूरी करने के लिए वाहन चोरी की घटनाओं को अंजाम देता था, जिसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया गया। पुलिस टीम में एसएसआई गुमान सिंह नेगी, अ0 उपनिरीक्षक बबीन सिंह रावत, प्रवीण सिंह नेगी, हेडकॉस्टेबल दीप प्रकाश, कांस्टेबल सौरभ वालिया व एसओजी हेडकॉस्टेबल किरन शामिल रहे।