
पंच👊नामा-ब्यूरो
उत्तराखंड डेस्क: एक हेड कांस्टेबल ने अपनी ही राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया। मामला आइटीबीपी सीमाद्वार का है। हेड कांस्टेबल को गंभीर हालत में स्थित इंद्रेश अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उसकी हालत नाजुक बताई जा रही है। वहीं हेड कांस्टेबल के खिलाफ देहरादून के वसंत विहार थाने में आत्महत्या के प्रयास का मुकदमा दर्ज कराया गया है।

पुलिस के मुताबिक, आइटीबीपी सीमाद्वार के उप सेनानायक विपिन मिश्रा की ओर से एक लिखित तहरीर देकर पुलिस को बताया गया कि हेड कांस्टेबल सिद्धिराम गौड़ बीते 7 फरवरी को कैंप परिसर में जिम गार्ड ड्यूटी में अपने इंसास राइफल के साथ ड्यूटी कर रहा था। उसने अपनी राइफल से खुद को गोली मारकर आत्महत्या का प्रयास किया गया।

उसे महंत इंद्रेश अस्पताल में उपचार के लिए ले जाया गया है, जो उपचाराधीन है। पुलिस ने सिद्धराम गौड़ के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। चिकित्सक हेड कांस्टेबल की जान बचाने के प्रयास में जुटे हैं, हालांकि उसकी हालत बेहद नाजुक बताई जा रही है।
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डीजीपी के नाम पर 10 लाख ठगने वाले दौलत कुंवर की तलाश..
देहरादून: जमीन संबंधी एक मुकदमे में पुलिस की मदद करने के नाम पर एक आरोपी ने 2 अधिवक्ताओं को 10 लाख रुपए का चूना लगा दिया। आरोपी ने यह रकम डीजीपी के नाम पर ली। बाद में न तो जमीन दिलाई और ना ही रुपये वापस किए।

पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने एसएसपी देहरादून को मुकदमा दर्ज करने के निर्देश दिए। मुकदमा दर्ज करने के बाद से पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी है।

विकासनगर के दो अधिवक्ता सतीश कुमार व संजय कटारिया ने पुलिस महानिदेशक से मिलकर उन्हें बताया कि दौलत कुंवर नाम के व्यक्ति ने डीजीपी के नाम से पुलिस को डोनेशन देने के नाम पर 10 लाख रुपये हड़प लिए हैं।

बताया कि जुलाई, 2021 में प्रेमनगर थाने में जमीन संबंधी फर्जीवाड़े के एक मुकदमे में मदद करने के नाम पर दौलत कुंवर ने पैसे लिए थे। दौलत ने उन्हें बताया था कि डीजीपी से उसकी करीबी जान पहचान है और वह मदद करा देगा। लेकिन आरोपी ने ना तो जमीन दिलाने में मदद की और न उनकी रकम वापस लौटाई।