खानपुर विधानसभा के इस क्षेत्र में नर्क जैसे हालात, जी का जंजाल बना नाला निर्माण..
दैनिक उपयोग का पानी घरों में रोकने को मजबूर हैं लोग..
पंच👊नामा
रुड़की। जल भराव की गम्भीर समस्या से कई वर्षो तक त्रस्त रहे मिलापनगर-ढंडेरा वासियों को लगभग एक वर्ष पूर्व जो समस्या से निजात पाने की उम्मीद बधी थी, वो अब टूटती दिखाई दे रही है। लगभग एक वर्ष पूर्व रुड़की-लक्सर हाईवे के निर्माण के बाद हाईवे के दोनों और ग्राम ढंडेरा व ग्राम नगला इमरती मे चार फिट चौडे आर.सी.सी. के नाले का निर्माण शुरू होने से क्षेत्रवासियों सहित आम जनता को जल भराव की समस्या से निजात मिलने की उम्मीद बंध गयी थी वो अब इस लिए टूटती नजर आ रही है। चूंकि बरसात का मौसम शुरू होने मे मात्र दो सप्ताह रह गये है और नाले का निर्माण जिस कछुआ चाल से चल रहा है उससे निर्माण कार्य समय रहते पूरा नही हो पायेगा और जल निकासी की समस्या पहले की तुलना मे ओर अधिक गम्भीर रुप से निश्चित तोर पर उत्पन्न होगी, विशेष रुप से हाईवे के उत्तर साईड मे, जहाँ आज भी पिछले कई माह से मिलाप नगर , आशोक नगर-ढंडेरा क्षेत्र के वासी नाला निर्माण ठेकेदार की मुठमर्दी के कारण जल निकासी को लेकर परेशान हैं। हाईवे को लिंक करने वाले कई रास्तों पर पानी भरा है, कई स्थानों पर नाली बन्द है, सैकड़ों मकानों मे दैनिक उपयोग का पानी सिमित करने की बाधय्ता बनी हुई है। यह सब स्थिति साईट ठेकेदार व विभागीय अधिकारी की आपसी साठगांठ का ही परिणाम है, चूंकि यह वास्तविकता किसी से छुपी नही है। यदि कोई अपनी परेशानी बताता है तो, पहले तो कोई सूनने को तैयार नहीं होता और यदि फिर भी चुप नही होता तो उसे “सरकारी कार्य मे बाधा पहुचाने” का फिल्मी नही वास्तविक डायलॉग सुना दिया जाता है। इसी नीति के चलते विभागीय सम्बन्धित छोटे-बडे अधिकारियों को मौके पर न तो दिखाई दे रहा है ओर न ही सुनाई दे रहा हैं। नाला निर्माण की कछुआ चाल आज से ही नही पिछले छः माह के लगभग से विभागीय अधिकारियों की देखरेख मे बनी हुई है। जिस तरह से नाले का निर्माण किया जा रहा है उससे यह तो स्पष्ट है कि जो जल भराव की सम्स्या पहले मिलाप नगर क्षेत्र मे थी अब वह बढ कर आशोक नगर के क्षेत्र के एक बडे भाग को भी अपनी चपेट मे ले लेगी। यहां यह भी उल्लेख करना जरुरी हो गया है कि यह सब उस विधानसभा क्षेत्र व उस विधायक के क्षेत्र मे हो रहा है जिसने विधायक बनने से पूर्व जन सम्स्याओं को उठाना ही नही उनका निजी तौर पर निराकरण कराना भी शुरू कर दिया था और विधायक बनने के बाद क्षेत्र मे सक्रियता दिखा कर लोगों के दिलों को छुने व उनके मुहँ से अपना नाम बुलवाने मे कामयाबी हासिल की हुई है। विधायक जी ने भी कुछ समय पूर्व इस निर्माणाधीन नाले का निरिक्षण कर ठेकेदार को आवश्यक दिशा निर्देश दिये थे। अब पता नही नाला निर्माण की वास्तविक स्थिति विधायक जी के संज्ञान मे आई है या नही। नाला निर्माण की गुणवत्ता, एकरुपता व उपयोगीता विधायक जी की नजर मे आई हुई है या नज़र अनदाज है इसका खुलासा भी हो ही जायेगा।