“धर्म की आड़ में गुंडागर्दी बर्दाश्त नहीं, कांवड़ यात्रा में गरिमा बनाए रखें कांवड़िये..
हरिद्वार के प्रमुख हिंदूवादी नेता चरणजीत पाहवा ने बोला हमला, तोड़फोड़ करने वालों पर लगाया भगवा के अपमान का आरोप..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: कांवड़ यात्रा के दौरान बढ़ती मारपीट और तोड़फोड़ की घटनाओं पर हिंदूवादी संगठनों में नाराजगी बढ़ने लगी है। देवभूमि भैरव सेना के प्रदेश उपाध्यक्ष चरणजीत पाहवा ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि कुछ लोग धर्म की आड़ में गुंडागर्दी कर रहे हैं, जो न केवल भगवान शिव की आस्था का अपमान है, बल्कि भगवा और सनातन की मर्यादा को भी तार-तार कर रहा है।पाहवा ने कहा कि हरिद्वार धर्म और शांति की नगरी है, जहां हर साल करोड़ों शिवभक्त आस्था के साथ गंगाजल लेने आते हैं, लेकिन हाल के दिनों में जिस तरह छोटी-छोटी बातों पर लाठी-डंडे चल रहे हैं, राहगीरों की गाड़ियों में तोड़फोड़ हो रही है, वह किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
उन्होंने कहा कि “आप कांवड़ यात्रा में सेवा और श्रद्धा के साथ आए हैं या शक्ति प्रदर्शन के लिए? ये तय करना होगा। धर्म के नाम पर उपद्रव करने वालों की वजह से यात्रा की पवित्रता पर प्रश्नचिन्ह लग रहा है।
चरणजीत पाहवा ने स्पष्ट कहा कि भगवा ओढ़ने का मतलब यह नहीं कि कोई भी कानून से ऊपर हो जाए। आमजन की परेशानियां बढ़ाना, पुलिस और स्थानीय लोगों से भिड़ना, ये शिवभक्ति नहीं बल्कि दिखावा है।
उन्होंने बेहद भावुक अपील करते हुए कहा कि “आपके घरों में आपकी मां, बहन, पत्नी, बच्चे आपकी सलामती की दुआ कर रहे हैं। वो सोचते हैं कि बेटा जल लेकर लौटेगा और बाबा भोलेनाथ का जलाभिषेक करेगा। लेकिन अगर आप हिंसा में उलझे रहेंगे तो ना जल बचेगा, ना आस्था।
उन्होंने कांवड़ियों को याद दिलाया कि हर मोड़ पर पुलिस और स्थानीय लोग धूप-बारिश में उनकी सेवा में लगे हैं, फल-जल खिला रहे हैं, व्यवस्थाएं दे रहे हैं। लेकिन बदले में अगर पत्थर और लाठी मिलेंगी तो फिर ये समाज कांवड़ियों को सम्मान नहीं, संदेह की नजर से देखने लगेगा।
पाहवा ने चिंता जताते हुए कहा कि यात्रा की शुरुआत भर हुई है और हरिद्वार में दर्जनभर घटनाएं हो चुकी हैं। “अगर यही रफ्तार रही तो सरकार को मजबूरी में सख्त निर्णय लेने पड़ सकते हैं, और सबसे ज्यादा नुकसान सच्चे शिवभक्तों को होगा।”