भूमिधरी के अधिकार से कब तक वंचित रखेंगी सरकार: महावीर सिंह रावत
टिहरी विस्थापितों ने लोकसभा चुनाव का किया बहिष्कार कहा भूमिधरी नही तो वोट नही..
पंच👊नामा
नितिन गुड्डू, (हरिद्वार ग्रामीण) पिछले 42 वर्षों से लगातार सरकार से अपने अधिकार के लिए मांग कर रहे टिहरी से विस्थापित हुए परिवारों का दर्द आंखो से छलक पड़ा। भूमि के अधिकार के लिए तीसरी पीढ़ी संघर्ष करती नजर आ रही है। कई बैठको व सरकार से पत्राचार के बाद भी किसी प्रकार से कोई रास्ता नजर नहीं आ रहा है। इसी कड़ी में रविवार को टिहरी विस्थापित पथरी के डोबनगर पंचायत भवन में बैठक आयोजित की गई, जिसमे टिहरी विस्थापित पथरी भाग 1,2,3,4 के सैकड़ो लोगो ने प्रतिभाग किया। जिसमे यह निर्णय लिया गया कि यदि भूमिधरी नही तो वोट नहीं।टिहरी विस्थापित पथरी भाग 1,2,3,4 में बड़े बड़े बैनर और पोस्टर लगाकर आने वाले 2024 लोकसभा चुनाव के बहिष्कार की बात कही गई है, साथ ही घर घर पर्चे बांटे गए जिसमे साफ तौर पर लिखा गया है की इस बार लोकसभा चुनाव का पूर्ण रूप से सभी टिहरी विस्थापित बहिष्कार करेंगे। बैठक में मौजूद पूर्व राज्यमंत्री महावीर सिंह रावत ने बताया कि आज की बैठक एक आपातकालीन बैठक के रूप में आयोजित की गई है उन्होंने बताया की विस्थापित की जनता को जिस प्रकार बहला फुसलाकर तोड़ने का काम किया जा है जनता समझ गई है की ये सरकार हम लोगो को गुमराह कर रही है। उन्होंने बताया की लगातार 5 ज्ञापन देने के बाद भी सरकार के कानो पर जूं तक नहीं रेंग रही है। सरकार कई तरह के प्रलोभन देने की कोशिश कर रही है लेकिन हम किसी प्रलोभन का शिकार नही होंगे। उन्होंने कहा की सरकार चुनाव आचार संहिता से पहले कैबिनेट बुलाए और उसमे हमारे अधिकारों को पास करके राज्यपाल से उद्बोधन कराए वरना इस बार चुनाव बहिष्कार के साथ साथ धरना प्रदर्शन के लिए सरकार तैयार रहें। उन्होंने सभी साथियों का आभार जताते हुए कहा की हैं सभी साथ रहेंगे तो जीत निश्चित है। इसके बाद सभी लोगों ने चुनाव बहिष्कार के बैनर के साथ भाजपा सरकार हाए हाए, मोदी सरकार होश में आओ तानाशाही नहीं चलेगी जैसे नारों का उद्बोधन किया। इस बैठक के दौरान प्रधान मंजीत सिंह खारोला, गब्बर सिंह पवार, सोवन सिंह चौहान, महावीर सिंह खारोला, त्रेपन सिंह रावत, पूर्ण सिंह नेगी, प्रमोद नौटियाल, उमेंद्र सिंह पवार, पूर्व प्रधान अमर सिंह खारोला, प्रेम सिंह पवार, काली राम, महावीर गोसाई, आशा डोभाल, कुशल पंवार ,शांति देवी, बबली देवी, रेशमा देवी आदि सैकड़ो लोग मौजूद रहें।