उत्तरी हरिद्वार को एचआरडीए की बड़ी सौग़ात, दूधाधारी फ्लाइओवर के नीचे बनेगी पार्किंग, विकसित होगा पार्क..
प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह की नई पहल, ई टेंडर हो चुके आमंत्रित, जल्द शुरू होगा निर्माण कार्य..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: शंकराचार्य चौक फ्लाईओवर के नीचे स्पोर्ट्स जोन विकसित करने के बाद हरिद्वार रुड़की विकास प्राधिकरण अब उत्तरी हरिद्वार के लोगों को एक बड़ी सौगात देने जा रहा है।

प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अंशुल सिंह की पहल पर दूधाधारी एलिवेटेड फ्लाइओवर के नीचे करीब तीन किमी क्षेत्र में पार्किंग के साथ ही पार्क विकसित किया जाएगा। इसे लेकर 31 जनवरी को बकायदा ई- टेंडर भी आमंत्रित किया गया है।

राष्ट्रीय राजमार्ग 34 अंतर्गत दूधाधारी के पास फ्लाइओवर न होने से यहां जाम की स्थिति बनी रहती थी। देर ही सही नेशनल हाईवे अथोरिटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) की ओर से पिछले दिनों हाईवे निर्माण का कार्य पूरा कराया गया।

181 करोड़ की लागत से करीब तीन किमी लंबे एलविटेड फ्लाइओवर का बीते 13 फरवरी को केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने इसका लोकार्पण भी किया था। अब एचआरडीए करीब तीन किमी लंबे फ्लाइओवर के नीचे उद्यान के साथ ही पार्किंग विकसित करेगा।

इससे क्षेत्र में जाम की समस्या से पूरी तरह निजात मिलेगी। स्थानीय निवासी सैर सराटा भी कर सकेंगे। प्राधिकरण की ओर से इसे लेकर ई-निविदा भी आमंत्रित की गयी है। जल्द इस दिशा में कार्य शुरू किया जाएगा। पार्किंग और पार्क निर्माण से फ्लाइओवरों के नीचे अतिक्रमण की समस्या से भी स्थायी निजात मिलेगी।

ग़ौरतलब है कि हाल ही में प्राधिकरण ने “खेलो इंडिया कार्यक्रम” के तहत शंकराचार्य चौक फ्लाइओवर के नीचे स्पोर्टर्स जोन विकसित करते हुए हरिद्वार की खेल प्रतिभाओं को नायाब तोहफा दिया है।

फ्लाइओवर के नीचे अक्सर अतिक्रमण का अड्डा बनने वाली खाली जगह को खूबसूरत स्पोर्टर्स जोन के विकसित करने पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से लेकर केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी तक प्राधिकरण उपाध्यक्ष अंशुल सिंह की आमजन की सुविधा से जुड़ी रचनात्मक पहल की प्रशंसा कर चुके हैं।
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एथनिक विलेज में कुश्ती का भी आनंद ले सकेंगे पर्यटक…..

हरिद्वार: नारसन के सकौती गांव में एचआरडीए की ओर से विकसित किए जाने वाले एथनिक विलेज में पर्यटक स्थानीय उत्पादों के साथ क्षेत्र में प्रचलित पारंपरिक कुश्ती आदि का भी आनंद ले सकेंगे।

करीब 1.02 हेक्टेयर में विकसित होने वाले इस गांव में स्थानीय के साथ ही उप्र राज्य के पड़ोसी जनपदों के पर्यटक भी यहां आकर्षित होंगे। इससे स्थानीय लोगों को जहां आजीविका मिलेगी वहीं ग्रामीण हाट में स्थानीय लाइफ स्टाइल आदि से भी पर्यटक रूबरू होंगे।

जिलाधिकारी धीराज सिंह गब्र्याल की इस संकल्पना को धरातल पर उतारने के लिए प्राधिकरण ने कवायद तेज कर दी है।
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एचआरडीए की ओर से दूधाधारी फ्लाइओवर के नीचे उद्यान के साथ ही पार्किंग विकसित की जाएगी। इसके लिए ई टेंडर आमंत्रित किया गया है। इसके अलावा नारसन के सकौती गांव में अपर गंगनहर की दो शाखाओं के बीच के तिकोना टापूनुमा क्षेत्र (1.02 हेक्टेयर) को एथनिक विलेज (पारंपरिक गांव) के रूप में विकसित करने की योजना पर भी काम कर रहा है।
अंशुल सिंह, उपाध्यक्ष, हरिद्वार-रुड़की विकास प्राधिकरण