ज्वालापुर के ऐतिहासिक स्थल मंडी के कुएं पर मनाया गया 78 वा स्वतंत्रता दिवस..
गुलामी की जंजीरों को तोड़ने के लिए अपने प्राणों की आहुति देने वाले वीर शहीदों को किया गया याद..

पंच👊नामा-ब्यूरो
हरिद्वार: 78 वें स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर ऐतिहासिक स्थल मंडी का कुआं पर पूर्व राज्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव फुरकान अली एडवोकेट की अध्यक्षता में भारतीय राष्ट्रीय पर्व स्वतंत्रता दिवस बड़ी धूमधाम से मनाया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता पूर्व राज्यमंत्री एवं प्रदेश कांग्रेस महासचिव फुरकान अली एडवोकेट ने की व ध्वजारोहण राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष संतोष चौहान ने किया।कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कांग्रेस महासचिव फुरकान अली एडवोकेट ने कहा कि हमे इस आजादी के महत्व को समझना चाहिए क्योंकि इस आजादी को दिलाने के लिए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने अपने प्राणों की आहुति दी तब जाकर हमारा देश आजाद हुआ। हमारे स्वतंत्रता सेनानियों ने गुलामी का जीवन व्यतीत ना करने का फैसला लिया और अंग्रेजो के विरुद्ध भारत छोड़ो का नारा बुलंद कर पूर्ण स्वाधीनता का मार्ग प्रशस्त किया।
राज्य महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष व कांग्रेस नेता संतोष चौहान ने कहा कि देश को आजाद कराने में सभी धर्मो व वर्गो के लोगों का योगदान रहा है। हमारे स्वतंत्रता आंदोलन में सर्व समाज के लोगो ने अपना योगदान दिया और आजादी की लड़ाई लड़ी, किसी को जेल में डाला गया तो किसी को फांसी पर लटका दिया लेकिन उन्होंने अपने सिद्धांत के साथ कोई समझौता नहीं किया।
भारतीय किसान मजदूर उत्थान यूनियन के राष्ट्रीय युवा उपाध्यक्ष अरबाज अली ने कहा कि हम सब मिलकर स्वतंत्रता आंदोलन में शहीद हुए हमारे स्वतंत्रता सेनानियों को श्रद्धांजलि अर्पित करते है और उनके इस बलिदान को भुलाया नहीं जा सकता। यदि हमारे स्वतंत्रता सेनानी आजादी के लिए ना लड़ते तो शायद आज हमारा देश आजाद ना होता, उन लोगो ने भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए अपनी जान की परवाह तक नहीं की, इसलिए आज हम खुली हवा में सांस ले सकते है।
कार्यक्रम संयोजक ज्वालापुर क्रय विक्रय सहकारी समिति ज्वालापुर के पूर्व चेयरमैन शमीम अहमद व कार्यक्रम के संचालक डॉ झंगीराम ने सभी को स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी। इस अवसर पर सुलतान अहमद खान, जेपी कश्यप, इकबाल काजमी, मंसूर खान, हसरत अली, नौशाद बेग, फुरकान पेंटर, जाकिर सलमानी, इरफान फारूकी, छम्मन पीरजी, आसिफ हुसैन, विनोद चौहान, मोनू, करन, राजा सहित सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।