पंच👊नामा-ब्यूरो
देहरादून: राजधानी देहरादून के नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में हुई लाखों की चोरी को अंजाम देने वाले पंजाब के दो शातिर चोरों को गिरफ्तार कर पुलिस में घटना का पर्दाफाश कर लिया है। उनके कब्जे से 41 लाख रुपए के जेवरात और विदेशी करेंसी समेत शत प्रतिशत माल भी बरामद कर लिया गया है।

गिरोह इतना शातिर है कि नजर में आने से बचने के लिए पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करता है और रेलवे ट्रैक के आसपास के घरों को अपना निशाना बनाता है। पुलिस कप्तान अजय सिंह की सटीक रणनीति के तहत काम करते हुए थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी मोहन सिंह के नेतृत्व में टीम ने आरोपियों को धर दबोचा।
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पुलिस कप्तान अजय सिंह ने बताया कि थाना नेहरू कॉलोनी क्षेत्र की अजबपुर कला, कुमार गली निवासी सुरेंद्र सिंह गोसाई के घर बीते 16 व 17 अगस्त की रात में कुछ चोर घुस आए थे और लगभग 30 लाख रूपये कीमत की ज्वैलरी व नगदी चोरी कर ली थी। सूचना पर थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी मोहन सिंह पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी जताते हुए अज्ञात चोरों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था।

खुलासा के लिए अलग-अलग पुलिस टीमों का गठन किया गया था। जांच के दौरान पीड़ित ने पुलिस बताया था कि चोरी हुई ज्वैलरी की कुल कीमत 41 लाख रूपये है।घटना स्थल व उसके आस-पास सीसीटीवी कैमरे न होने के कारण अनावरण के लिए पुलिस टीम ने मैनुअल पुलिसिंग का सहारा लेते हुए मुखबिरों की मदद ली गयी।
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घटना के तरीके से लगाया अनुमान……

चूंकि घटना स्थल पर अज्ञात चोरों ने कमरे का बाहर से कुन्डा लगा दिया गया था और घटना स्थल रेलवे पटरी के समीप था, इसलिए पुलिस ने जानकारी जुटा की इस तरीके से कौन सा गिरोह घटनाओं को अंजाम देता है। मुखबिर के माध्यम से पुलिस टीम को जानकारी मिली कि इस प्रकार से अपराध करने का तरीका सपेरा जनजाति के कुछ अपराधियों द्वारा अपनाया जाता है।

टीम ने नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में स्थित सपेरा बस्तियों में अभियुक्तों के सम्बन्ध में जानकारी करते हुए संदिग्ध व्यक्तियों से पूछताछ की गई तो पता चला कि सपेरा जनजाति के कुछ व्यक्ति 10-12 दिन पहले नेहरू कॉलोनी क्षेत्र में देखे गए थे। उसके बाद घटना वाले दिन ही उक्त व्यक्तियों को नेहरू कालोनी क्षेत्र में घूमते हुए देखा गया था, जो स्थानीय नही थे।
—————————————-आखिरकार जाल बिछाते हुए मुखबिर की सूचना पर दूधली रोड से घटना में शामिल सौरभ और मनदीप निवासी मोहन नगर थाना खेमकरन, जिला तरन तारन, पंजाब को गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपियों ने पूछताछ में बताया गया कि वे दोना सपेरा जनजाति के खानाबदोश किस्म के लोग हैं, जिनका कोई स्थाई ठिकाना नहीं है। चोरी की घटना अंजाम देने के दौरान मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया जाता है।

सीसीटीवी कैमरों से बचने के लिए घटना स्थल तक आने जाने हेतु रेलवे पटरी का प्रयोग किया जाता है और घटना को अंजाम देने के बाद तुरंत अपने कपडे भी बदल लिए जाते है, जिससे कोई उन्हें पहचान न सके। घटना करने के लिए आते समय और घटना करने के बाद जाते समय पब्लिक ट्रांसपोर्ट का प्रयोग किया जाता है और रेलवे पटरी के आसपास कोई सीसीटीवी कैमरा न होने के कारण उसके आस पास के घरों को ही घटना के लिए चिन्हित किया जाता है। रैकी के बाद दोनों आरोपी क्लियर चले गए थे और वहां योजना बनाने के बाद दोबारा हर देहरादून पहुंचकर घटना को अंजाम दिया था।
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बरामदगी……
1- घटना में चोरी की गई 41 लाख रु0 कीमत की ज्वैलरी
2- 41000 रूपये नगद
3- अमेरिकन डॉलर – 100
4- कैनेडियन डॉलर – 100
5- घटना में प्रयुक्त औजार एक सुम्बा, एक बड़ा पेचकस, एक छोटी टॉर्च
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पुलिस टीम……
1- मोहन सिंह, थानाध्यक्ष नेहरू कॉलोनी देहरादून।
2- राकेश पुंडीर चौकी प्रभारी बाईपास, थाना नेहरू कॉलोनी
3- प्रवीण पुंडीर चौकी प्रभारी फुवारा चौक, थाना नेहरू कॉलोनी
4- हे0का0 विद्यासागर
5-का0 श्रीकांत ध्यानी
6- का0 बृजमोहन
7-का0 आशीष राठी
8- का0 मुकेश कंडारी
9-का0 कमलेश सजवान
10- का0 हेमवंती
11- का0 विवेक राठी
12- का0 नरेन्द्र रावत
13- हे0का0 किरण (एसओजी देहरादून।)