
पंच👊नामा ब्यूरो
सुल्तान, हरिद्वार: पुलिस भर्ती के दौरान सिपाही की पत्नी की जगह लंबी कूद लगाने वाली महिला की पहचान हो गई है। इस फर्जीवाड़े में अंदरूनी मदद की आशंका आखिरकार सही निकली। सिपाही की पत्नी की जगह दो बार लंबी कूद लगाने वाली महिला एक पुलिस अधिकारी के फॉलोअर राजेन्द्र की बेटी थी। उसका परिवार भी पुलिस लाइन रोशनाबाद में ही रहता है, इसलिए आसानी से वह भर्ती केंद्र तक पहुंच गई और अपना काम पूरा कर आसानी से गायब भी हो गई। पूरे खेल में महिला अभ्यर्थी के सिपाही पति की भूमिका भी संदिग्ध देखते हुए पुलिस कप्तान डॉ. योगेंद्र सिंह रावत ने सस्पेंड कर दिया है।
इन दिनों पूरे प्रदेश में पुलिस कांस्टेबल और फायरमैन की भर्ती के लिए शारीरिक दक्षता परीक्षा का आयोजन किया जा रहा है। हरिद्वार पुलिस लाइन रोशनाबाद में परीक्षा के दौरान एक सिपाही की पत्नी ने ही फर्जीवाड़ा कर डाला। उसकी जगह एक दूसरी महिला ने दो बार लंबी कूद लगाई और तीसरी बार सिपाही की पत्नी खुद आगे आ गई। लेकिन सीओ निहारिका सेमवाल को उस पर शक हो गया और पूछताछ करने पर गड़बड़झाला पकड़ में आ गया। इस मामले में पुलिस कप्तान डॉक्टर योगेंद्र सिंह रावत के निर्देश पर मंगलवार को ही आरोपी महिला अभ्यर्थी अंजुम आरा व एक अज्ञात महिला के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया था। चूंकि भर्ती केंद्र पर किसी भी बाहरी व्यक्ति का प्रवेश प्रतिबंधित है, इसलिए पूरी आशंका जताई जा रही थी कि सिपाही की पत्नी की जगह लंबी कूद लगाने वाली महिला पहले से ही लाइन में मौजूद रही होगी। पुलिस की शुरुआती छानबीन में सामने आया कि अंजुम आरा की जगह दो बार लंबी कूद लगाने वाली महिला पुलिस लाइन में ही रहने वाले एक फॉलोअर राजेंद्र की बेटी थी। उसके खिलाफ भी कार्रवाई की तैयारी शुरू हो गई है। फिलहाल एसएसपी ने तत्काल प्रभाव से अंजुम आरा के सिपाही पति असलम को सस्पेंड कर दिया है। यह पूरा मामला हरिद्वार ही नहीं पूरी उत्तराखंड पुलिस में चर्चा का विषय बना हुआ है। पुलिस कप्तान योगेंद्र सिंह रावत ने इसकी पुष्टि करते हुए बताया कि सिपाही असलम को सस्पेंड कर दिया गया है। वही फॉलोअर राजेंद्र की बेटी ने इतना बड़ा रिस्क क्यों उठाया। क्या इसके पीछे कोई लालच या दबाव था, इस पर पुलिस छानबीन कर रही है।